
इस बार Bihar का बजट तीन लाख करोड़ रुपये की सीमा को पार कर सकता है, जिसमें सबसे अधिक आवंटन स्थापना और प्रतिबद्ध व्यय के मद में होगा।
वेतन मद में प्रति माह 500 करोड़ रुपये की वृद्धि अनुमानित है, जो हाल ही में नियुक्त सरकारी कर्मचारियों की वजह से हो रही है।
Bihar News: तीन मार्च को पेश होगा बजट
वित्त मंत्री सम्राट चौधरी 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट विधानमंडल में पेश करेंगे। इस बार शिक्षा, ग्रामीण कार्य, पथ निर्माण, स्वास्थ्य, समाज कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को अधिक बजटीय प्रावधान मिलने की संभावना है। इसके चलते बजट का आकार 3.15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
Bihar Budget: वेतन और पेंशन पर बढ़ता खर्च
सरकार का वेतन बिल इस समय 40,569 करोड़ रुपये है, जिसमें संविदा कर्मियों का वेतन भी शामिल है। वहीं, पेंशन मद में 31,796 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। ब्याज और कर्ज अदायगी को मिलाकर यह आंकड़ा 1.15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है।
- 2024-25 में वार्षिक योजनाओं के लिए बजट: लगभग 1 लाख करोड़ रुपये।
- केंद्रीय करों से बिहार को प्राप्त राशि: 1.25 लाख करोड़ रुपये।
विकास योजनाओं पर असर
राज्य के पूंजीगत व्यय की स्थिति केंद्रीय करों में हिस्सेदारी और मिलने वाले अनुदान से तय होगी। पथ निर्माण, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण पर पहले से ही दबाव बना हुआ है, इसलिए वार्षिक योजनाओं के लिए अतिरिक्त आवंटन सीमित रहने की संभावना है।
Bihar: आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में विकास की झलक
1 मार्च को आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट पेश की जाएगी, जो 2023-24 के वित्तीय वर्ष की स्थिति दर्शाएगी। इस रिपोर्ट के माध्यम से बिहार के विकास, योजनाओं के प्रभाव और राजकोषीय अनुशासन का आकलन किया जाएगा।
बिहार सरकार के इस बजट से विकास योजनाओं और सरकारी नौकरियों के विस्तार की उम्मीद की जा रही है।