बिहार विधानसभा में सोमवार को वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 2025-26 का बजट (Bihar Budget) पेश किया, जिसके बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इसे “झूठ की सच्चाई से लिखा बजट” करार दिया।
बिहार सरकार ने आज बजट का सरकारी पन्नों पर झूठ और जुमलों की स्याही से लिखा भाषण पढ़ा है। जमीनी सच्चाई यह है कि बिहार आधुनिक सुविधाएँ तो छोड़िए अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है।
सरकार राजस्व सृजन कर नहीं पा रही है लेकिन बजट को बढ़ा दे रही है। इन्हें कुर्सी और सरकार बचाने की… pic.twitter.com/Vpsg8toCWy
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 3, 2025
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का ध्यान राज्य के विकास से ज्यादा अपनी सत्ता बचाने पर है।
Bihar Budget: तेजस्वी यादव के प्रमुख बयान:
🔹 बजट को बताया “हवा-हवाई” – तेजस्वी ने कहा कि बजट की घोषणाएं वास्तविकता से परे हैं और इसमें कोई ठोस विजन नहीं है।
🔹 राजस्व संकट पर सवाल – उन्होंने सरकार से पूछा कि जब राजस्व की स्थिति कमजोर है, तो इतने बड़े बजट का प्रावधान कैसे किया गया?
🔹 महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए कोई राहत नहीं – बजट में महिलाओं, बेरोजगार युवाओं और किसानों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
🔹 अपनी सरकार बनने पर ‘माई बहिन सम्मान योजना’ लागू करने का वादा – तेजस्वी ने दावा किया कि अगर उनकी सरकार आई तो हर महिला को ₹2,500 प्रतिमाह दिए जाएंगे।
🔹 मंगलवार को सदन में सरकार की पोल खोलने का दावा – उन्होंने कहा कि वे विधानसभा में सरकार की कमजोरियों को उजागर करेंगे।
Bihar Budget: नीतीश कुमार और वित्त मंत्री पर तंज
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा वित्त मंत्री की पीठ थपथपाने को भी निशाने पर लिया और कहा कि “भाषण खोखला था, इसलिए पीठ थपथपाकर नजर उधर करनी पड़ी”। उन्होंने नीतीश सरकार पर सत्ता में वापसी न करने का भी दावा किया।
तेजस्वी यादव ने बजट को चुनावी स्टंट करार देते हुए इसे जमीनी हकीकत से कटा बताया। अब देखना होगा कि मंगलवार को विधानसभा में उनकी सरकार पर हमले का क्या असर होता है।



