Patna: Bihar Crime: गया के तत्कालीन SSP आदित्य कुमार फिलहाल फरार हैं। आर्थिक अपराध इकाई उनकी जोर-शोर से तलाश कर रही है। उनके फ्रॉड दोस्त अभिषेक अग्रवाल को पुलिस ने पहले ही दबोच लिया है।
Bihar government suspended IPS officer Aditya Kumar for colluding with the liquor mafia, whereas, Purnea SP Daya Shankar was sacked on charges of corruption.#Bihar (@rohit_manas)https://t.co/Tv46y6Sxmz
— IndiaToday (@IndiaToday) October 18, 2022
प्रारंभिक जांच के अनुसार, आरोपी अभिषेक अग्रवाल ने स्वयं को पटना उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बताकर राज्य के पुलिस महानिदेशक को कथित तौर पर फोन किया और आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के खिलाफ मामला बंद करने को कहा। इस मामले में ये भी सामने आया है कि आदित्य कुमार के साथ मिल कर ही अभिषेक अग्रवाल ने साजिश और धोखे का ये पूरा खाका खींचा। लेकिन आदित्य कुमार के कारनामों को लेकर सीएम नीतीश को उनकी सहयोगी पार्टी HAM ने पहले भी आगाह किया था।
Bihar Crime: HAM के महासचिव दानिश रिजवान ने नीतीश को किया था आगाह
गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार पर शराब माफिया से मिलीभगत का आरोप है। मामला सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद ही सत्ताधारी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रधान महासचिव दानिश रिजवान ने आदित्य कुमार पर शक जाहिर किया था कि वो जांच को प्रभावित कर सकते हैं। 23 जुलाई को डॉ दानिश रिजवान ने एक प्रेस रिलीज जारी की थी।
इसमें उन्होंने सीएम नीतीश को संबोधित करते हुए लिखा था कि ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, हम सभी जानते हैं कि यदि आज बिहार नशा मुक्ति की ओर आगे बढ रहा है तो उसमें सबसे बड़ा योगदान आपका है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। बड़े से बड़ा नेता हो या और कोई भी, शराबियों को आप कहीं से नहीं बख्शते। लेकिन गया के पूर्व SSP आदित्य कुमार का नाम जैसे सामने आता है ऐसा प्रतीत होने लगता है कि कहीं ना कहीं से प्रशासनिक अमला उस व्यक्ति को बचाने में लगा हुआ है।’
Bihar Crime: दानिश रिजवान ने पहले ही जता दिया था शक
‘शराब माफियाओं के मददगार पुर्व SSP की जमानत याचिका खारिज होने के बावजूद आज तक ना तो उन्हें पुलिस ने पकड़ा ना ही उनके घर पर छापेमारी की गई। बल्कि उसके विपरित उन्हें गया जिला बल से दो-दो सुरक्षाकर्मी, गया BMP से खाना बनाने के लिए कुक, टेलर, सफाईकर्मी के अलावा गया BMP से वह तमाम सुविधाएं दी जा रहीं हैं जो बिहार के एक कैबिनेट मंत्री को भी नहीं मिलती हैं।
आपसे विनम्र निवेदन है कि अविलंब गया के पुर्व SSP आदित्य कुमार को गिरफ्तार कर उनसे पूछ-ताछ कर यह पता लगाया जाए कि बिहार में और कौन-कौन से शराब माफिया हैं जो सूबे में शराब की तस्करी करवा रहे हैं।
DGP को Chief Justice बता करवाता था ये काम, IPS Aditya Kumar से जुड़ा है ये केस| Bihar Tak#dgp #fakecall #chiefjustice @sujjha pic.twitter.com/kGbjC3KACs
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IPS आदित्य कुमार उधर अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जी एस गंगवार ने बताया अग्रवाल ने हाल में पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में बिहार के डीजीपी को फोन कर कहा था कि गया के वरिष्ठ अधीक्षक के रूप में तैनाती के समय कुमार के खिलाफ शराब माफिया के साथ कथित मिलीभगत से संबंधित एक मामले को बंद किया जाए।
इसको लेकर अभिषेक अग्रवाल के अलावा गया के फतेहपुर थाने में आदित्य कुमार के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इसी केस में ईओयू ने अग्रवाल और फरार आईपीएस अधिकारी कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।