
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Chunav) के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे, लेकिन इससे पहले बुधवार को जारी हुए ‘टुडेज चाणक्य’ के एग्जिट पोल ने RJD के खेमे में बड़ी चिंता पैदा कर दी है। इन आंकड़ों ने बिहार की राजनीति के सबसे बड़े मिथक, यानी RJD के ‘M-Y’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एग्जिट पोल के अनुसार, NDA गठबंधन ने RJD के पारंपरिक यादव वोटबैंक में एक बड़ी सेंधमारी की है।
Bihar Chunav: हर 4 में से 1 यादव वोटर NDA के साथ!
आंकड़े चौंकाने वाले हैं। सर्वे के मुताबिक, इस बार RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन को सिर्फ 67% यादव वोट ही मिलते दिख रहे हैं। वहीं, NDA गठबंधन ने 23% (+/- 3%) यादव वोट हासिल कर RJD को सीधा झटका दिया है।
हालांकि, 69% मुस्लिम वोटरों ने महागठबंधन का साथ दिया, लेकिन 12% मुस्लिम वोट NDA के खाते में भी गए हैं।
Bihar Chunav: क्या ‘मोहन यादव कार्ड’ कर गया काम?
राजनीतिक विश्लेषक इस बड़े बदलाव का श्रेय भाजपा की ‘यादव रणनीति’ को दे रहे हैं। भाजपा ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को बिहार चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से उतारा था। माना जा रहा है कि भाजपा का यह ‘कार्ड’ RJD के कोर वोटबैंक को अपनी ओर खींचने में सफल रहा है।
NDA को मिला ‘सबका’ साथ
यह एग्जिट पोल दिखाता है कि NDA को सिर्फ सवर्णों का ही नहीं, बल्कि दलितों और पिछड़ों का भी जबरदस्त समर्थन मिला है।
- सवर्ण (ब्राह्मण, बनिया, राजपूत): 63% NDA को
- दलित (SC): 58% NDA को
- OBC/EBC: 55% NDA को
इन सभी वर्गों में RJD का महागठबंधन (MGB) काफी पीछे छूटता दिख रहा है, जिसे क्रमशः 19%, 26% और 24% वोट ही मिले हैं।



