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Bandhu Tirkey: संवैधानिक संस्थाओं के साथ ही राष्ट्रपति का अपमान है मोदी-भाजपा की पहचान

लालकृष्ण आडवाणी को भारतरत्न से सम्मानित करने के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अन्य लोगों का बैठे रहना दुर्भाग्यपूर्ण.

रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष Bandhu Tirkey ने कहा है कि देश के लगभग सभी संवैधानिक संस्थाओं को अपमानित करने और अधिकांश पर दबाव कायम करने के बाद मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से न्यायालयों पर भी दबाव डालती रही है.

यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है: Bandhu Tirkey

लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा श्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर भारतरत्न से सम्मानित करने के दौरान भी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सभी लोग बैठे रहे.

श्री तिर्की ने कहा कि यह न केवल राष्ट्रपति के सर्वोच्च पद का अपमान है बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी ने जानबूझकर देश की आधी आबादी अर्थात महिलाओं के साथ ही आदिवासियों को भी अपमानित किया है और अप्रत्यक्ष रूप में इसे यदि आदिवासियों एवं महिलाओं की प्रताड़ना कहा जाये तो यह गलत नहीं होगा.

आज राजधानी में अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि चुनावी राजनीति एक चीज है दूसरी तरफ, चुनाव में जीतना और हार जाना या फिर सत्ता में आना-जाना अथवा विपक्ष में रहना दूसरी चीज है. लेकिन इसका प्रभाव यदि राजनीतिक व्यवहार पर पड़ता है तो यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि देश के लोकतंत्र के लिये भी घातक है.

देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद के साथ ही सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रपति भवन से भी जुड़ा हुआ है: Bandhu Tirkey

श्री तिर्की ने कहा कि जिस प्रकार से देश की चार सुप्रसिद्ध शख्सियतों को राष्ट्रपति भवन में एक दिन पहले ही भारतरत्न से सम्मानित किया गया था, उसी तरह का कार्यक्रम यदि राष्ट्रपति भवन में ही होता और श्री आडवाणी सम्मानित होते तो यह कहीं अधिक गौरव की बात होती क्योंकि यह सम्मान देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद के साथ ही सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रपति भवन से भी जुड़ा हुआ है.

श्री तिर्की ने कहा कि यदि किसी कारण इस कार्यक्रम का आयोजन श्री आडवाणी के आवास पर किया भी गया तो वहाँ सारे डिकोरम को पूरा करना चाहिये था और सम्मानित करने के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही सभी लोगों को सम्मान में खड़ा होना चाहिये था.

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के सम्मान के लिये भी आवश्यक था: Bandhu Tirkey

ऐसा करना न केवल भारतरत्न जैसे देश के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान के लिये आवश्यक था बल्कि देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के सम्मान के लिये भी आवश्यक था और यदि ऐसा होता तो इससे देश के सभी नागरिकों के साथ-साथ विशेष रूप से महिलाओं एवं जनजातीय समुदाय के लोगों के बीच भी एक सकारात्मक और अच्छा संदेश जाता.

श्री तिर्की ने अफसोस व्यक्त किया किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी केवल और केवल अपनी चुनावी राजनीति और अपने स्वार्थ को साधने के लिये वैसे कार्य कर रही है जो न केवल राजनीतिक मर्यादा का उल्लंघन है बल्कि उससे आगे जाकर यह लोकतंत्र के खिलाफ में तो है ही साथ ही इससे एक वैसी आधारशिला तैयार हो रही है जो आनेवाले बरसो-बरस तक राजनीतिक व्यवहार को दूषित करती रहेगी.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि राजनीतिक मर्यादा के पालन को उन्होंने हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और कांग्रेस पार्टी संविधान के मूल्य-मर्यादा को कायम रखने के प्रति पूरी तरह वचनबद्ध है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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