Arif Mohammed Khan: देशभर में कई राज्यों के राज्यपालों में बदलाव हुआ है। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता और ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है।
STORY | Ajay Kumar Bhalla appointed Manipur Governor, Arif Mohammed Khan shifted to Bihar
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— Press Trust of India (@PTI_News) December 24, 2024
Arif Mohammed Khan बने बिहार के राज्यपाल
आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह 2019 से केरल के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे। खान का राजनीतिक सफर लंबे समय से सुर्खियों में रहा है। शाहबानो केस में राजीव गांधी सरकार के रुख का विरोध करते हुए उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। आरिफ मोहम्मद खान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के खिलाफ भी मुखर रहे हैं।
Arif Mohammed Khan: अन्य राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति
- राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर: बिहार के वर्तमान राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को केरल का राज्यपाल बनाया गया है।
- अजय कुमार भल्ला: पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। भल्ला 1984 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं और 2019 से 2024 तक केंद्रीय गृह सचिव रहे।
- वीके सिंह: पूर्व थल सेनाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वीके सिंह ने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और 1987 में श्रीलंका में एलटीटीई के खिलाफ अभियान में भाग लिया था।
- हरी बाबू कांभांपती: मिजोरम के राज्यपाल हरी बाबू कांभांपती को ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया है।
Arif Mohammed Khan: राजनीतिक अनुभव के धनी आरिफ मोहम्मद खान
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जन्मे आरिफ मोहम्मद खान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बीए और लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की। 1980 में वे कानपुर से लोकसभा के सदस्य चुने गए और इसके बाद 8वीं, 9वीं और 12वीं लोकसभा में बहराइच से सांसद रहे।
राजेंद्र आर्लेकर का योगदान
राजेंद्र आर्लेकर, जो बिहार के राज्यपाल थे, अब केरल का नेतृत्व करेंगे। वे आरएसएस के सक्रिय सदस्य रहे और गोवा में कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
संक्षेप में
इन नियुक्तियों से देश के राजनीतिक और प्रशासनिक ढांचे में नया बदलाव आया है। नई जिम्मेदारियों के साथ राज्यपालों से विकास और समरसता की दिशा में योगदान की उम्मीद की जा रही है।