Patna: बिहार में एनडीए गठबंधन के टूटने के पश्चात भाजपा (Amit Shah) ने लोकसभा चुनाव 2024 एवं विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां आरंभ कर दी है.
भाजपा के आला नेता संगठन को मजबूती देने के लिए प्रदेश का दौरा भी करेंगे. जल्द ही भाजपा के कद्दावर नेताओं के बिहार में आने का सिलसिला शुरू होने वाला है. इसके साथ ही अगले माह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश का दौरा कर सकते हैं. अमित शाह का 15 सितंबर से पूर्व असदुद्दीन ओवैसी एवं तेजस्वी यादव के गढ़ सीमांचल आने का कार्यक्रम बन रहा है. इसके साथ ही अगले माह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बिहार आ सकते हैं.
10 से 15 दिसंबर के मध्य Amit Shah की पूर्णिया में एक बड़ी जनसभा भी हो सकती है
मिली जानकारी के अनुसार 10 से 15 दिसंबर के मध्य अमित शाह की पूर्णिया में एक बड़ी जनसभा भी हो सकती है. सितंबर में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई अन्य केंद्रीय नेताओं के आने का सिलसिला भी शुरू होगा. इसके मद्देनजर बिहार भाजपा ने अपनी तैयारियां आरंभ कर दी है. राज्य इकाई ने वरीय नेताओं की जिम्मेवारी पार्टी के केंद्रीय नेताओं के बिहार आगमन को देखते हुए तय की है.
भाजपा राज्य अध्यक्ष संजय जायसवाल ने केंद्रीय मंत्रियों के प्रवास से संबंधित कमेटी में मनीष पांडे, जीवेश मिश्रा, शिवेश राम, अमृता भूषण एवं संजय सिंह को सम्मिलित किया है. मनोज शर्मा एवं संजय गुप्ता को राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रवास का जिम्मा सौंपा है.
Amit Shah का बिहार में भाजपा का मिशन 35
सीएम नीतीश कुमार के एनडीए से रिश्ता तोड़कर गठबंधन केस साथ जाने के पश्चात भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार की 40 में से 35 सीटों पर जीत का लक्ष्य साधा है. केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah एवं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में सीमा हुई कोर कमेटी की बैठक में यह तय किया गया है. इस बैठक में राज्य इकाई में सांगठनिक तौर पर बदलाव पर भी सहमति बनी है. खबर यह भी है कि आम चुनाव से पूर्व प्रदेश में भाजपा का अध्यक्ष भी बदला जा सकता है.
तेजस्वी एवं असदुद्दीन का गढ़ है सीमांचल
भाजपा की नजरें बिहार के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र सीमांचल पर टिकी हुई है. यह आरजेडी एवं ओवैसी का गढ़ माना जाता है. यह क्षेत्र पश्चिम बंगाल एवं नेपाल से सटा हुआ है. सीमांचल में कुल 4 जिले आते हैं जिसमें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया एवं अररिया सम्मिलित है.
सीमांचल में कुल 24 विधानसभा सीटें हैं एवं यह तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का गढ़ माना जाता है. वहीं बीते विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने यहां राष्ट्रीय जनता दल के वोट बैंक में सेंधमारी की थी एवं उनकी AIMIM ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी. महागठबंधन के AIMIM ने अन्य सीटों पर भी वोट काटे, इसका लाभ भाजपा नीत एनडीए को मिल गया था. इसी वर्ष तेजस्वी यादव ने AIMIM के 5 में से 4 विधायकों को राष्ट्रीय जनता दल में सम्मिलित करा दिया जिसके पश्चात फिर से वे इस इलाके में मजबूत हो गए.