
जगदलपुर: केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने शनिवार को बस्तर दशहरा महोत्सव के दौरान नक्सलियों से एक बार फिर हथियार डालने की भावुक अपील की, साथ ही उन्हें सख्त चेतावनी भी दी।
आज जगदलपुर के ‘बस्तर दशहरा लोकोत्सव’ से पूरे छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को त्योहारों के मौसम में ‘महतारी वंदन योजना’ की 20वीं किस्त की सौगात दी। प्रदेश की 65 लाख महतारी के खातों में ₹606 करोड़ की राशि सीधे DBT से हस्तांतरित की गई।
साथ ही, प्रदेश में कनेक्टिविटी को मजबूत बनाकर… pic.twitter.com/jhnCpfWwkF
— Amit Shah (@AmitShah) October 4, 2025
शाह ने कहा कि सरकार ने एक बहुत अच्छी सरेंडर और पुनर्वास नीति बनाई है, जिसका लाभ उठाकर वे मुख्यधारा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने माओवादियों के साथ बातचीत की किसी भी संभावना से साफ इनकार कर दिया।
Amit Shah News: मां दंतेश्वरी से मांगी सुरक्षा बलों के लिए शक्ति
जगदलपुर में प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन और पूजन के बाद, शाह ने 75 दिनों तक चलने वाले विश्व के सबसे बड़े बस्तर दशहरा महोत्सव को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री डॉ. विजय शर्मा भी मौजूद थे।
गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने मां दंतेश्वरी से प्रार्थना की है कि वह हमारे सुरक्षा बलों को शक्ति दें ताकि वे 31 मार्च 2026 तक बस्तर क्षेत्र को लाल आतंक से पूरी तरह मुक्त कर सकें। उन्होंने इस तारीख को फिर से याद दिलाते हुए नक्सलियों को चेताया कि यदि हथियारों के जरिए बस्तर की शांति को भंग करने का प्रयास किया गया तो सशस्त्र बल, सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस मिलकर इसका करारा जवाब देंगे।
नक्सलवाद ही बस्तर के पिछड़ेपन का मूल कारण: Amit Shah
अमित शाह ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में कुछ लोग वर्षों तक यह भ्रांति फैलाते रहे कि नक्सलवाद का जन्म विकास की लड़ाई है, जबकि सच यह है कि बस्तर के विकास से वंचित रहने का मूल कारण नक्सलवाद ही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के हर गांव में बिजली, पेयजल, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसी व्यवस्थाएं पहुंच चुकी हैं, लेकिन नक्सलवाद के कारण बस्तर प्रगति की इस दौड़ में पीछे रह गया है। उन्होंने बस्तर के लोगों को आश्वासन दिया कि 31 मार्च, 2026 के बाद नक्सलवादी न तो बस्तर के विकास और न ही लोगों के अधिकारों को रोक पाएंगे।
सरेंडर करें, विकास में सहभागी बनें: Amit Shah
गृह मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने देश की सबसे बेहतर सरेंडर नीति बनाई है, जिसके चलते पिछले एक महीने में ही 500 से अधिक नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे सरेंडर कर दें।
एक बड़ा ऐलान करते हुए शाह ने कहा कि जिस गांव में नक्सलवाद पूरी तरह खत्म हो जाएगा, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उस गांव के विकास के लिए 1 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने भटके हुए स्थानीय बच्चों को मुख्यधारा में शामिल होने के लिए समझाने की अपील बस्तर के लोगों से भी की, ताकि वे विकास में सहभागी बन सकें।
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें बस्तर सहित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए पूर्णतः समर्पित हैं।
स्वदेशी का संकल्प लेने का आह्वान
गृह मंत्री ने स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित स्वदेशी मेला का भी उल्लेख किया और ‘स्वदेशी’ को जन-आंदोलन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान को दोहराते हुए कहा कि प्रत्येक घर को यह संकल्प लेना है कि वे केवल अपने देश में बनी वस्तुओं का उपयोग करेंगे। शाह ने कहा कि यदि 140 करोड़ की आबादी यह संकल्प ले ले, तो भारत को विश्व की सर्वोच्च आर्थिक शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता।



