Ranchi: झारखंड में जहां 36 दिन पहले चतरा जिले में एक एसिड अटैक (Acid Attack) की घटना का शिकार हुई पीड़िता को इलाज के लिए एयर लिफ्ट से दिल्ली भेजा गया.
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM के आदेश के बाद एसिड अटैक में घायल चतरा निवासी बच्ची को एयर एंबुलेंस के माध्यम से बेहतर इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया गया।@BannaGupta76 @DCChatra pic.twitter.com/SYe5dWm1cd
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) August 31, 2022
Acid Attack: रिम्स में पीड़िता से मिलने झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आए थे
आखिरकार झारखंड सरकार की नींद बुधवार को खुली जिसके पश्चात एसिड अटैक पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया है. इससे पहले रांची स्थित रिम्स में पीड़िता से मिलने झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आए थे. उन्होंने पीड़िता को बेहतर उपचार का भरोसा दिलाया था. पीड़िता की मां तथा उसका छोटा भाई भी साथ में दिल्ली एम्स के लिए एअरलिफ्ट से रवाना कर दिए गए हैं.
चतरा की एसिड अटैक घटना की शिकार हुई काजल कोइंस दिल्ली भेजने के लिए रांची के रिम्स प्रबंधन में 4 डॉक्टरों की टीम का गठन किया था. काजल की दुख शिव भरी मांग ने आरोपी संदीप को फांसी की सजा दिलाने की गुजारिश की है. इस वारदात को 5 अगस्त को अंजाम दिया गया था. जब पीड़िता अपने घर में सो रही थी तभी घर की दीवार से बांधकर संदीप नाम का लड़का घर में घुस आया एवं मां बेटी दोनों पर तेजाब फेंक कर वहां से भाग निकला. दोनों भाई लोगों को रिम्स में भर्ती किया गया.
Acid Attack: हमले में पीड़िता 45% तक झुलस चुकी है
पीड़िता इस हमले में 45% तक झुलस चुकी है. एसिड अटैक की घटना के पश्चात से वह रिम्स के बने वार्ड में भर्ती हैं. पीड़िता की हालत दिन-ब-दिन अत्यधिक खराब होती जा रही है. काजल 45 फ़ीसदी से ज्यादा जल चुकी हैं. उसकी एक आंख पूर्ण रूप से खराब हो चुकी है. इस किसका जो सबसे दुखद पहलू सामने आया है वह यह है कि इस घटना में पहले से ही आशिक आशंका परिजनों ने जताई थी एवं सनकी प्रेमी संदीप ने काजल को मार डालने की धमकी भी दी थी.
जिसके पश्चात पीड़िता के परिवार वालों ने इस वारदात से 4 दिन पहले चतरा के हंटरगंज थाने में शिकायत भी दर्ज की थी. परंतु इस पर कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई गई थी एवं इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई. यदि उस समय की गई शिकायत पर गंभीरता बरती जाती तो आज पीड़िता को इस हाल में नहीं रहना पड़ता.