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Tej Pratap Yadav ने बिहार में ‘नया मोर्चा’ बनाया, VVIP समेत 5 दलों के साथ गठबंधन, RJD-कांग्रेस को न्योता

Tej Pratap Yadav: बिहार की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला है। राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी और परिवार से अलग राह चुनते हुए पटना में ‘टीम तेज प्रताप’ के नेतृत्व में नया सियासी मोर्चा तैयार करने का ऐलान किया है। तेज प्रताप ने विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP), भोजपुरिया जन मोर्चा (BJM), प्रगतिशील जनता पार्टी (PJP), वाजिब अधिकार पार्टी (WAP) और संयुक्त किसान विकास पार्टी (SKVP) के साथ गठबंधन का एलान किया।

Tej Pratap Yadav : गठबंधन का ऐलान और रणनीति

पटना के मौर्या होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेज प्रताप यादव ने कहा—”अब हम मिलकर अपनी लड़ाई लड़ेंगे। बहुतों को लग सकता है कि हम आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन टीम तेज प्रताप बिहार में राजनीतिक समीकरण बदलने को तैयार है।” तेज प्रताप ने साफ किया कि वे वैशाली जिले की महुआ सीट से चुनाव लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस समेत अन्य दलों को भी नए मोर्चे में शामिल होने का न्योता दिया है, ताकि विपक्ष का बड़ा चेहरा उभर सके।

Tej Pratap Yadav : वीवीआईपी और नए सहयोगी दलों का परिचय

गठबंधन में शामिल विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP) के संस्थापक प्रदीप निषाद, जो ‘हेलीकॉप्टर बाबा’ के नाम से प्रसिद्ध हैं, कभी मुकेश सहनी की वीआईपी के करीबी रहे, लेकिन नाराजगी के चलते अलग होकर नई पार्टी बनाई। बाकी दल—भोजपुरिया जन मोर्चा, प्रगतिशील जनता पार्टी, वाजिब अधिकार पार्टी और संयुक्त किसान विकास पार्टी—भी सामाजिक न्याय, किसान, हाशिए के वर्ग और पूर्वांचल हितैषी राजनीति के मुद्दों को उठाती रही हैं।

Tej Pratap Yadav : राजद और कांग्रेस को आमंत्रण

तेज प्रताप ने कहा कि यह मोर्चा न सिर्फ अपनी लड़ाई लड़ने को तैयार है, बल्कि आरजेडी और कांग्रेस जैसी बड़ी विपक्षी पार्टियों को भी इसमें शामिल होने का खुला न्योता दिया गया है। उन्होंने महागठबंधन की सहयोगी मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी को ‘बहुरूपिया’ करार देते हुए नए गठबंधन की प्राथमिकता को रेखांकित किया।

पारिवारिक और राजनीतिक संदेश

महुआ से अपनी उम्मीदवारी को लेकर तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी यादव कभी महुआ से चुनाव नहीं लड़ेंगे, वे उन्हें राजनीति में आशीर्वाद देते हैं। यह बयान परिवार में चल रहे राजनीतिक मतभेदों को भी छूता है, लेकिन गठबंधन के जरिए तेज प्रताप ने नया आत्मविश्वास दिखाया है।

बिहार चुनावी मौसम के बीच तेज प्रताप यादव के नेतृत्व में बना नया मोर्चा विपक्षी वोटों का समीकरण बदल सकता है। छोटे दलों की गोलबंदी, पुराने सहयोगियों की नाराजगी और आरजेडी-कांग्रेस को दिए आमंत्रण के साथ यह सियासी प्रयोग राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है।

 

 

 

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