
रांची: झारखंड विधानसभा में आज वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने वर्ष 2025 का बजट (Jharkhand Budget) पेश किया, जिसमें शिक्षा और पर्यटन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई।
अबुआ बजट पेश…#JharkhandBudget2025 pic.twitter.com/pv1IjCQUSc
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) March 3, 2025
इस बजट के तहत सरकार ने छोटा नागपुर लॉ यूनिवर्सिटी, एक नया मेडिकल कॉलेज और मास कम्युनिकेशन एवं बिजनेस स्टडीज कॉलेज स्थापित करने की घोषणा की।
इसके अतिरिक्त, रांची के डोरंडा स्थित तपोवन मंदिर के निर्माण कार्य में तेजी लाने की भी बात कही गई है। इन घोषणाओं को लेकर युवाओं और स्थानीय नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है।
Jharkhand Budget: छात्रों को मिलेगा अपने ही राज्य में बेहतर शिक्षा अवसर
लालपुर निवासी अंकित ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “अभी तक हमें उच्च शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ता था, खासकर मास कम्युनिकेशन जैसे पाठ्यक्रमों के लिए। अगर झारखंड में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होगी, तो छात्रों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।”
इसी तरह, छात्र आशुतोष ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि “यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन केवल घोषणा करने से कुछ नहीं होगा। सरकार को इन संस्थानों को जल्द से जल्द कार्यान्वित करना चाहिए, ताकि छात्र इसका वास्तविक लाभ उठा सकें।”
Jharkhand Budget: छात्रों की मांग—सस्ती और सुलभ शिक्षा
विकास नामक छात्र ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि “अगर राज्य में नए शैक्षणिक संस्थान खुलते हैं, तो यह छात्रों के लिए फायदेमंद होगा। हालांकि, सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन कॉलेजों की फीस ज्यादा न हो, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें।”
उन्होंने आगे सुझाव दिया कि, “नए संस्थानों की स्थापना के साथ-साथ सरकार को मौजूदा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की स्थिति भी सुधारनी चाहिए, ताकि शैक्षणिक ढांचे को और मजबूत किया जा सके।”
Jharkhand Budget: धार्मिक पर्यटन को भी मिलेगा प्रोत्साहन
बजट में रांची के तपोवन मंदिर के निर्माण कार्य को गति देने की भी घोषणा की गई, जिसे स्थानीय निवासियों ने सकारात्मक रूप से लिया।
हरमू की निवासी उषा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद वहां का पूरा परिदृश्य बदल गया, उसी तरह अगर तपोवन मंदिर का उचित विकास किया जाए, तो रांची भी एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल बन सकता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि “धार्मिक पर्यटन के बढ़ने से स्थानीय व्यवसायों को भी फायदा होगा। ज्यादा पर्यटकों के आगमन से होटल, दुकानें और अन्य व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।”



