राजस्व प्रबंधन और व्यय नियंत्रण पर जोर: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व प्रबंधन को मजबूत बनाया जाए और साथ ही राजस्व की बर्बादी और स्थापना व्यय को नियंत्रित करने के ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने रेवेन्यू जनरेट सिस्टम का माइक्रो लेवल पर निरीक्षण कर खामियों को दूर करने का सुझाव दिया। सभी विभागों को निर्देश दिया गया कि वे राजस्व संग्रहण के लिए एक ठोस एक्शन प्लान तैयार करें।
विभागों के बीच समन्वय की आवश्यकता: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि विभागों के बीच बेहतर समन्वय की कमी से राजस्व संग्रहण धीमा पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए जिलों में विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने और मिलकर काम करने की जरूरत है।
एजेंसियों को बनाएं बिजनेस मॉडल: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न विभागों में कई ऐसी एजेंसियां, बोर्ड और निगम हैं, जो राजस्व बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बन सकते हैं। इन एजेंसियों को बिजनेस मॉडल के रूप में विकसित कर उनके कार्यक्षेत्र का विस्तार किया जाए, जिससे राज्य को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो।
सीएसआर खर्चों की निगरानी सुनिश्चित करें: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने राज्य में कार्यरत कंपनियों द्वारा सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) मद से किए जाने वाले खर्चों पर पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र विकसित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि कंपनियों और उद्योग समूहों के साथ बातचीत कर राजस्व बढ़ाने के नए अवसर तलाशे जाएं।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी
इस बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, और विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव, सचिव सहित सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के निदेशक श्री राजीव लोचन बक्शी उपस्थित थे।