Hemant Soren: झारखंड विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों में मतदान समाप्त हो गया है, और अब 23 नवंबर को मतगणना के साथ चुनाव परिणाम सामने आएंगे।
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— Axis My India (@AxisMyIndia) November 20, 2024
Axis My India एग्जिट पोल के अनुसार, इस बार झारखंड में 24 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को भारी समर्थन मिलता नजर आ रहा है, जो हेमंत सोरेन की प्रचंड वापसी का संकेत दे रहा है।
Hemant Soren News: Axis My India एग्जिट पोल के आंकड़े
Axis My India एग्जिट पोल के मुताबिक, 81 सीटों वाले झारखंड विधानसभा में इंडिया गठबंधन को 53 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, एनडीए को 25 और अन्य को केवल 3 सीटों पर सिमटते हुए दिखाया गया है। यह आंकड़ा इंडिया गठबंधन को स्पष्ट बहुमत और सत्ता में वापसी का संकेत देता है।
Hemant Soren: महिलाओं का बढ़ा समर्थन
पोल के अनुसार, इंडिया गठबंधन को 47% महिलाओं और 43% पुरुषों का समर्थन मिलने का अनुमान है। इसके विपरीत, एनडीए को 39% पुरुष और 35% महिलाओं का समर्थन मिलने की संभावना है। यह महिलाओं के झुकाव को इंडिया गठबंधन की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
Hemant Soren News: 2019 के चुनाव की तुलना
साल 2019 में, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने 16 और एनडीए ने 25 सीटों पर कब्जा किया था। अगर इस बार के एग्जिट पोल सही साबित होते हैं, तो हेमंत सोरेन की अगुवाई में गठबंधन के लिए यह एक ऐतिहासिक जीत होगी।
चुनाव प्रचार के अहम मुद्दे
इस बार चुनाव प्रचार में आदिवासियों के अधिकार, बांग्लादेशी घुसपैठ, और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग जैसे मुद्दे छाए रहे। बीजेपी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर आदिवासियों के अधिकारों के हनन का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस और जेएमएम ने संविधान और लोकतंत्र बचाने की बात प्रमुखता से उठाई।
वोटिंग का उच्च प्रतिशत
झारखंड के 38 सीटों वाले दूसरे चरण में 68% मतदान हुआ, जो राज्य में बढ़ती राजनीतिक जागरूकता को दर्शाता है। कुल मिलाकर, इस बार मतदान प्रतिशत पहले से अधिक रहा है, खासकर महिलाओं और युवाओं की भागीदारी ने इसे ऐतिहासिक बनाया है।
क्या झारखंड में लिखी जाएगी नई सियासी पटकथा?
अगर एग्जिट पोल सही साबित होते हैं, तो झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार फिर से वापसी करेगी, और यह 24 सालों का रिकॉर्ड तोड़ने वाला होगा। हालांकि, परिणाम का इंतजार अब भी रोमांचक बना हुआ है। 23 नवंबर को यह तय हो जाएगा कि क्या वाकई झारखंड की जनता ने हेमंत सोरेन और इंडिया गठबंधन पर अपना भरोसा कायम रखा है या बीजेपी कोई चमत्कार कर दिखाएगी।