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Jharkhand Chunav 2024: मतदान के बाद क्यों खुश हो गई झामुमो?

Ranchi: झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Chunav) के पहले चरण में हुए मतदान के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) उत्साहित नजर आ रही है।

पार्टी का कहना है कि 43 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, खासकर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर महिलाओं का उत्साह बेहद सराहनीय रहा।

Jharkhand Chunav 2024: महिला मतदाताओं ने दिखाई विशेष रुचि

झामुमो का दावा है कि राज्य सरकार की योजनाओं, जैसे मंईयां सम्मान योजना और सर्वजन पेंशन योजना, ने महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। पार्टी ने यह भी कहा कि किसान ऋण माफी योजना, बिजली बिल माफी और मुफ्त बिजली जैसी पहल ने मतदाताओं के बीच सकारात्मक प्रभाव छोड़ा है। सामान्य सीटों की तुलना में आरक्षित सीटों पर मतदान प्रतिशत बेहतर रहा, लेकिन सामान्य सीटों पर भी महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही।

Jharkhand Chunav 2024: बोकारो में सबसे ज्यादा और लिट्टीपाड़ा में सबसे कम वोटर

20 नवंबर को होने वाले दूसरे और अंतिम चरण में 38 सीटों पर मतदान होना है। इनमें बोकारो विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 5,84,275 मतदाता हैं, जबकि लिट्टीपाड़ा में केवल 2,17,847 मतदाता हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से मांडू विधानसभा क्षेत्र सबसे बड़ा (1,327.37 वर्ग किमी) है, जबकि झरिया सबसे छोटा (70.51 वर्ग किमी)।

इस चरण में सामान्य सीटों की संख्या अधिक है। कुल 38 सीटों में से 27 सामान्य, 8 अनुसूचित जनजाति और 3 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। धनवार में सबसे अधिक 28 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि देवघर में सबसे कम 7 प्रत्याशी मैदान में हैं।

Jharkhand Chunav 2024: ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षित किए गए

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि पहले चरण की 43 सीटों पर मतदान के बाद ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को स्ट्रांग रूम में सील कर दिया गया है। मतगणना 23 नवंबर को प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में की जाएगी। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की गई है।

Jharkhand Chunav 2024: ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर मतदान

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा, और किसी भी बूथ पर पुनर्मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी। ग्रामीण इलाकों में मतदान संतोषजनक रहा, जबकि शहरी क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम। हालांकि, 2019 के चुनाव की तुलना में इस बार 3% अधिक मतदान हुआ है, और 43 सीटों पर औसत मतदान प्रतिशत 66.48% रहा।

आगे की रणनीति

चुनाव आयोग अब शहरी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। वहीं, पोस्टल बैलेट का डेटा आने के बाद अंतिम मतदान प्रतिशत में और वृद्धि की उम्मीद है। झामुमो को भरोसा है कि महिला मतदाताओं की उत्साही भागीदारी उनके पक्ष में सकारात्मक परिणाम लाएगी।

 

 

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