J&K Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में सुरंग निर्माण में लगे मजदूरों के कैंप पर आतंकियों ने हमला कर सात लोगों की जान ले ली। इन हमलों से देश में गुस्सा है, क्योंकि आतंकवादी घाटी में भय फैलाने की लगातार कोशिशें कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की सरकार बनने के बाद आतंकी हमलों की संख्या बढ़ी है। सरकार के गठन के चार दिनों में ही आतंकियों ने दो वारदातें अंजाम दीं। ताजा हमला गांदरबल के गगनगीर इलाके में हुआ, जहां सुरंग निर्माण के काम में लगे मजदूरों पर आतंकियों ने गोलियों की बौछार कर दी, जिससे छह मजदूरों और एक डॉक्टर की मौत हो गई। आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ), जिसे लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा माना जाता है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
J&K Terror Attack: गैर-कश्मीरियों को बनाया निशाना
आतंकी हमले में बिहार के फहीम नासिर, एमडी हरीफ, और कलीम के साथ-साथ मध्य प्रदेश के मैकेनिकल अनिल शुक्ला, जम्मू-कश्मीर के शशि अब्रोल और डॉ. शाहनवाज, और पंजाब के गुरमीत की निर्मम हत्या कर दी गई। आतंकियों ने गैर-कश्मीरियों को लगातार निशाना बनाया है। इससे पहले शोपियां में भी एक गैर-स्थानीय व्यक्ति अशोक चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
J&K Terror Attack: देशभर में आक्रोश, सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया
हमलों के बाद देश में भारी आक्रोश है। गृह मंत्री अमित शाह ने इसे कायरतापूर्ण हमला करार देते हुए आतंकियों को कड़ी सजा देने का आश्वासन दिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मृतक मजदूरों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकियों को न बख्शने की बात कही। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया।
घाटी में दहशत फैलाने की साजिश
पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने की नापाक कोशिशों में लगे हुए हैं। वे पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से निर्देश लेकर घाटी में आतंक फैलाने की साजिश रच रहे हैं। हालांकि, सतर्क सुरक्षा बल उनके मंसूबों पर पानी फेरने में लगे हुए हैं।