Patna: RJD: बिहार की राजनीति में उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है. आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों पर काम कर रहे हैं.
इस बीच राजद में अंदरूनी कलह की खबरें सामने आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक राजद के पांच नेताओं ने प्रशांत किशोर के जन सुराज कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां लालू यादव और तेजस्वी यादव के खिलाफ शिकायतें सुनी जा रही थीं. इस पर पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इन नेताओं से स्पष्टीकरण मांगा है.
RJD ने लिया एक्शन
जन सुराज कार्यक्रम में शामिल होने वाले राजद नेताओं में तुलसी रजक, दिवाकर यादव, रामानंद यादव, उदय कुमार सिंह और हरिहर यादव शामिल थे. इस कार्यक्रम में लालू यादव और तेजस्वी यादव के खिलाफ बातें की जा रही थीं और ये नेता चुपचाप सुनते रहे. इस बात की जानकारी मिलते ही राजद ने तुरंत एक्शन लिया और इन पांचों नेताओं से स्पष्टीकरण की मांग की है. उन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देने का समय दिया गया है और उचित जवाब नहीं मिलने पर पार्टी की ओर से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
राजद ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया है कि जन सुराज पार्टी भाजपा की बी टीम है.
RJD ने की कोचिंग संस्थानों की जांच की मांग
इस बीच राजद ने एक अन्य मुद्दे पर भी सक्रियता दिखाई है. पार्टी ने गोपालगंज जिले में चल रहे कोचिंग संस्थानों की जांच की मांग की है. राजद के प्रधान महासचिव इम्तेयाज अली भुट्टो ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर यह आरोप लगाया कि कई कोचिंग संस्थान बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं और सरकारी मानकों का उल्लंघन कर रहे हैं. इन कोचिंग संस्थानों में छात्रों को छोटी-छोटी जगहों में ठूंस-ठूंस कर पढ़ाया जा रहा है जहां मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है.
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भुट्टो ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके जैसे दिल्ली में हाल ही में हुई थी. राजद की यह सक्रियता न केवल पार्टी के भीतर अनुशासन बनाए रखने की कोशिश है बल्कि यह भी संकेत देती है कि वे किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नहीं करेंगे. आगामी चुनावों के मद्देनजर यह देखना दिलचस्प होगा कि राजद अपने भीतर की समस्याओं को कैसे सुलझाता है और जनसुराज जैसे मुद्दों से कैसे निपटता है.