Patna: Bihar भाजपा के वरिष्ठ नेता और मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने मां मंगला गौरी और बोधगया को मिलाकर एक विश्व स्तरीय कॉरिडोर के निर्माण की मांग उठाई है.
उन्होंने कहा कि फल्गु नदी के किनारे स्थित विष्णु धाम, गया जहां रोजाना 15 से 20 हजार लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए आते हैं को और भी सुगम और सुविधाजनक बनाने की जरूरत है.
Bihar News: गया और बोधगया का महत्व
गया जो पिंडदान के लिए प्रसिद्ध है हर साल लाखों तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को आकर्षित करता है. वर्ष 2022 में यहां 13 लाख तीर्थ यात्री आए जबकि 2023 में यह संख्या बढ़कर 15 लाख से अधिक हो गई. पूरे साल में लगभग 50 लाख लोग गया आते हैं जिसमें 10,37,085 देसी पर्यटक और 96,328 विदेशी पर्यटक शामिल हैं. वहीं भगवान बुद्ध की ज्ञान की नगरी बोधगया भी हर साल बड़ी संख्या में देसी और विदेशी भक्तों को आकर्षित करती है.
बोधगया में 2023 में 19,60,909 देसी पर्यटक और 87,899 विदेशी पर्यटक आए. पितृपक्ष के दौरान पिछले साल 26 लाख 42 हजार 650 देसी श्रद्धालु और 41,092 विदेशी श्रद्धालु यहां आए थे.
Bihar News: प्रस्तावित कॉरिडोर की विशेषताएं
डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि अगर केंद्र सरकार की आर्थिक मदद से इस विश्व स्तरीय कॉरिडोर का निर्माण किया जाता है तो इससे गया और बोधगया आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. इस कॉरिडोर के बनने से न केवल तीर्थ यात्रियों को सुगमता और जन सुविधा केंद्रों का लाभ मिलेगा बल्कि स्थानीय निवासियों को भी भीड़ और जाम जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी.
आर्थिक और सामाजिक लाभ
कॉरिडोर के निर्माण से गया जिला को राजस्व में वृद्धि होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. इसके साथ ही तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के लिए यात्रा और ठहरने की सुविधाओं में सुधार होगा जिससे उनकी यात्रा और भी आनंददायक बनेगी. गया जिला प्रशासन हर साल तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की कोशिश करता है लेकिन तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह प्रयास अपर्याप्त साबित होते हैं.
विश्व स्तरीय कॉरिडोर के निर्माण से इन समस्याओं का स्थायी समाधान मिलेगा और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.