New Delhi: लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद बिहार के CM Nitish Kumar चर्चा का केंद्र बन गए हैं. इसकी वजह यह है कि अब वह बीजेपी के लिए किंगमेकर की भूमिका में आ गए हैं क्योंकि बीजेपी को खुद का बहुमत नहीं मिला है.
🚨 Chandrababu Naidu meets PM Modi during NDA meet today.
He likely to demand Special Status for Andhra Pradesh but its highly unlikely Center will give it as its very difficult.
Nitish Kumar too can bargain big budget allocation from Center which seems easy. pic.twitter.com/kcx0FCV68E
— Vivek Singh (@VivekSi85847001) June 5, 2024
मोदी सरकार अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के समर्थन पर निर्भर होगी. ऐसे में ये दोनों नेता प्रधानमंत्री मोदी से भी अधिक प्रभावशाली नजर आ रहे है. नीतीश कुमार की तीन पुरानी मांगें भी अब पीएम मोदी को माननी पड़ेंगी नहीं तो दिल्ली का सिंहासन कभी भी हिल सकता है.
यह हैं Nitish Kumar की तीन प्रमुख मांगें
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने तीन महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं जो बिहार के विकास के लिए अहम हैं. पहली मांग है बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाना और विशेष पैकेज दिलाना जिससे राज्य के विकास को नई गति मिल सके. दूसरी मांग है पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाना जिससे सामाजिक और आर्थिक नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके. तीसरी मांग है बिहार में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना जिससे राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ावा मिल सके.
सत्ता को हिलाने की ताकत में आए मुख्यमंत्री Nitish Kumar
सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में 12 लोकसभा सीटें जीतकर एनडीए को मजबूती दी है जिससे एनडीए की सत्ता में नीतीश कुमार का महत्व और बढ़ गया है. अब वे बिहार के विकास के लिए अपनी मांगें पूरी करवाने की शक्ति रखते हैं. हाल ही में तेजस्वी यादव के साथ एक ही फ्लाइट में दिल्ली आने से देश का सियासी पारा बढ़ गया है और राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं. हालांकि सीएम नीतीश कुमार आज पीएम मोदी के साथ एनडीए की मीटिंग में भाग लेंगे जिससे आगे की रणनीति स्पष्ट हो सकेगी.