HeadlinesJharkhandPoliticsStatesTrending

हेमंत सरकार के तीन साल, युवाओं के साथ विश्वासघात: Sudesh Mahto

प्रेस कांफ्रेंस में हमला, बोले, जनभावना और जनादेश का हुआ अपमान

Ranchi: आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो (Sudesh Mahto) ने कहा है कि हेमंत सरकार ने अपने 3 साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा झारखंड के युवाओं के साथ विश्वासघात किया है।

नियोजन नीति, रोजगार, बेरोजगारी भत्ता के नाम पर युवा ठगे गए। मुख्यमंत्री ने एक साल में 5 लाख नौकरियां देने के वादे किए थे, लेकिन 3 साल में महज साढ़े पांच सौ नियुक्तियां हुई हैं। आजसू पार्टी केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुदेश कुमार महतो ने सरकार के 3 साल पूरे होने पर जमकर हमला बोला और कहा कि सरकार ने तीन साल में जनादेश और जनभावना का अपमान किया है।

उन्होंने कहा कि 3 साल में संसाधनों की लूट मची है और सरकार झूठ पर झूठ बोले जा रही है। युवाओं को नौकरी मिलने की बजाय, उनके हाथ से नियुक्तियां निकली जा रही हैं।अखबारों में वेकैंसी , परीक्षाओं की सूचनाएं आती हैं, लेकिन इनकी लचर नीतियों की वजह से सब धरी रह जाती हैं।

• स्थानीय नीति को नियोजन का आधार: Sudesh Mahto

श्री महतो ने सवालिया लहजे में कहा कि स्थानीय नीति को नियोजन का आधार क्यों नहीं बनाया गया। हमने शुरू से इस विषय पर अपनी आवाज मुखर की। स्थानीय नीति, आरक्षण नियोजन को लेकर सरकार की कोई स्पष्ट मंशा नहीं है इसलिए वह चीजों को और उलझाने का रास्ता प्रशस्त करती रही है।

• कौन सी उपलब्धि गिनाने जा रहे: Sudesh Mahto

उन्होंने कहा कि झामुमो कांग्रेस सरकार के 3 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री और उनके मंत्री कौन सी उपलब्धियां गिनाने के लिए बेताब हैं। सरकार के काम से जनता वाकिफ और ऊब चुकी है।

• हर मोर्चे पर विफल: Sudesh Mahto

उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियां सिर्फ यहीं समाप्त नहीं होतीं। अपराध चरम पर है। महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। किसानों के हितों को लेकर कोई सार्थक पहल नहीं हुई। बंद हुए कितने स्कूल इन्होंने खोले? शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की बजाय बच्चों को बिना बेसिक शिक्षा दिए पास कराना ही इनकी उपलब्धि है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल बुरा है ।तीन साल में इंफ्रास्ट्रक्चर का एक काम नहीं हुआ। हर इंडेक्स में हमारा राज्य पीछे है।

• चुप नहीं बैठेंगे, बतायेंगे आम अवाम को: Sudesh Mahto

उन्होंने कहा कि संघर्ष से मुख्यमंत्री का कोई वास्ता नहीं। अलग राज्य आंदोलन से कोई वास्ता नहीं। वह शख्स झारखंड का मर्म क्या समझेगा। हम झारखंड की आकांक्षाओं, आशाओं और यहां को भावनाओं को टूटने नहीं देंगे।

हर विषय पर हम गांव से लेकर शहर तक, पंच से पंचायत तक, इस राज्य के हित में व्यापक संघर्ष करेंगे और अगले महीने 12 जवनरी, युवा दिवस के दिन से इसकी शुरुआत होगी। पूरे राज्य में इस सरकार की विफलता पर विधानसभावार हम राज्य का भ्रमण करेंगे। सरकार की विफलता को जनता के समक्ष रखेंगे।

 

 

 

 

 

 

यह भी पढ़े: Love Jihad: झारखंड की आदिवासी महिला को प्रेमी और उसके परिवार ने मार डाला

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button