Ranchi: Bhanu Pratap Sahi: हेमंत सरकार की अस्पष्ट नियोजन और स्थानीय नीति के बीच राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित 26हजार एक शिक्षकों की नियुक्ति के विज्ञापन पर आज भाजपा विधायक एवम पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने हेमंत सरकार पर कड़ा हमला बोला।
.@HemantSorenJMM जी
शेर नहीं
मिट्टी के शेर हैं ..झारखंड के आदिवासी मूलवासी झारखंडवासी कहाँ जायेगा .. धोखा धोखा pic.twitter.com/gMsnIMbTyV
— Bhanu Pratap Shahi (@ShahiPratap) July 20, 2023
मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो अपने सरकार की स्थानीय और नियोजन नीति को स्पष्ट करें: Bhanu Pratap Sahi
प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए श्री शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो शेर की जनता के सामने आएं और अपने सरकार की स्थानीय और नियोजन नीति को स्पष्ट करें। नही तो जनता समझ चुकी है कि ये मिट्टी का शेर है जो बार बार पीछे मुड़कर भाग जाता है।
झामुमो राज्यहित से जुड़े गभीर सवालों को केवल मुद्दा के रूप में जिंदा रखना चाहती है: Bhanu Pratap Sahi
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने स्वयं स्वीकार किया है कि 1932उनकी पार्टी का मुद्दा है कोई संकल्प नही। झामुमो राज्यहित से जुड़े गभीर सवालों को केवल मुद्दा के रूप में जिंदा रखना चाहती है। राज्य सरकार जनता को धोखा देते हुए 60/40की नीति पर अमल करते हुए राज्य से बाहर के लोगों केलिए दरवाजा खोल चुकी है।
पारा शिक्षकों को दिया धोखा श्री शाही ने कहा कि अपने घोषणा पत्र में पारा शिक्षकों को नियमित करने की बात करने वाले राज्य के हजारों पारा शिक्षकों को हेमंत सरकार ने केवल धोखा दिया है। साढ़े तीन वर्षों में इस सरकार ने केवल पारा शिक्षकों को नाम बदलकर सहायक शिक्षक करने के अलावा कुछ नही दिया। आज तक इनके वेतनमान की घोषणा नही की गई।
केवल टेट पास के शर्त से उच्च शिक्षा धारी प्रशिक्षित युवा निराश,समानता के अधिकार से किया वंचित श्री शाही ने कहा कि विज्ञापन में केवल टेट पास युवक युवतियों को ही आवेदन करने की शर्त लगाई है जबकि राज्य में 2016में हुई टेट परीक्षा के बाद अबतक 7से 8लाख युवा बीएड , बीटी का प्रशिक्षण ले कर वेकेंसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।लेकिन आज के विज्ञापन में केवल टेट पास का शर्त लगाने के कारण इनके उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
युवाओं को नौकरी में समानता के अधिकार से वंचित किया जा रहा: Bhanu Pratap Sahi
कहा कि पिछली सरकार में प्रतिवर्ष टेट परीक्षा आयोजित करने के नियम का अनुपालन हेमंत सरकार ने नही किया। एक तरफ टेट परीक्षा आयोजित नही हुई दूसरी ओर वेकेंसी में टेट की बाध्यता कर दी गई। युवाओं को नौकरी में समानता के अधिकार से वंचित किया जा रहा। इतना ही नहीं इस सरकार ने जारी विज्ञापन में महिलाओं केलिए 50%सीट आरक्षित किए जाने के प्रावधान का भी उल्लंघन किया है साथ ही विज्ञापन में वेतनमान और ग्रेड पे को भी आधा कर दिया गया है।
नियोजन में भी सरकार का तुष्टिकरण उजागर हुआ है: Bhanu Pratap Sahi
कहा कि कई क्षेत्रीय भाषाओं में टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रकाशित विज्ञापन में नही जोड़ा गया है जिससे हजारों की संख्या में ऐसे बेरोजगार युवक निराश हैं। नियोजन में भी तुष्टिकरण श्री शाही ने कहा कि हेमंत सरकार एक तरफ टेट पास अभ्यर्थियों का अल्पसंख्यक विद्यालयों में सीधी नियुक्ति कर रही वहीं सामान्य सरकारी विद्यालयों में टेट पास केलिए परीक्षा का शर्त लाद रही। जिससे नियोजन में भी सरकार का तुष्टिकरण उजागर हुआ है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी अपने भाषणों में प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट जारी कर ने वालों को जेल भेजने की बात करते हैं। तो उन्हे बताना चाहिए की इस बहाली के रिजल्ट का क्या हश्र होगा।
भाजपा युवाओं की आवाज हर प्लेटफार्म पर उठाती रहेगी: Bhanu Pratap Sahi
श्री शाही ने कहा कि हेमंत सरकार जबतक स्थानीय और नियोजन नीति स्पष्ट नहीं करेगी तबतक भाजपा इस ठगबंधन की कथनी और करनी के अंतर को लोकतांत्रिक तरीके से सभी प्लेटफार्म पर जोरदार तरीके से उजागर करती रहेगी।
आज की प्रेसवार्ता में विधायक केदार हाजरा एवम प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी भी उपस्थित थे।