रांची– राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन: झारखंड के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आज लोक स्वास्थ्य संस्थान, नामकुम, रांची में राज्य गुणवत्ता कोषांग के अंतर्गत एनक्वास, कायाकल्प, लक्ष्य, और मुस्कान कार्यक्रम के प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
राज्य गुणवत्ता कोषांग के अंतर्गत एनक्वास,
कायाकल्प, लक्ष्य तथा मुस्कान कार्यक्रम के प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरण समारोह का उद्घाटन किया!कार्यक्रम में पुस्तिकाओं- 1. एनक्वास-आईपीएचएल 2024, 2. रिवाईज कायाकल्प मार्गदर्शिका 2024 तथा एआई पावर्ड स्मार्ट स्कोप, सवाईकल कैंसर स्क्रीनिंग… pic.twitter.com/OEmdbbm6L5— Banna Gupta (@BannaGupta76) September 11, 2024
इस अवसर पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने समारोह की अध्यक्षता की और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान, श्री गुप्ता ने एनक्वास-आईपीएचएल 2024, रिवाइज कायाकल्प मार्गदर्शिका 2024 और एआई पावर्ड स्मार्ट स्कोप के तहत सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग की पुस्तिकाओं का विमोचन किया। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि अस्पतालों का वातावरण स्वच्छ हो ताकि वहां इलाज कराने आए व्यक्ति को किसी भी प्रकार का संकोच न हो। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि मरीज अस्पताल से संक्रमण लेकर घर न जाए।”
उन्होंने मुख्यमंत्री कायाकल्प योजना की घोषणा की, जिसके तहत विजेता अस्पतालों को प्रति बिस्तर 11,000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी, जो एनक्वास के तहत भारत सरकार द्वारा दी जा रही 10,000 रुपये प्रति बिस्तर की राशि से अधिक है। इसके साथ ही उन्होंने विजेता संस्थानों के कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन राशि को 25% से बढ़ाकर 40% करने की घोषणा की।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन: स्वास्थ्य सुधार के लिए व्यापक योजनाएं
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को 112 करोड़ रुपये का अनटाइड फंड प्रदान किया गया है ताकि पानी, साफ-सफाई और अन्य आवश्यकताओं की आपूर्ति समय पर हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं में सुधार हो रहा है ताकि निजी अस्पतालों पर निर्भरता कम हो।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने बताया कि अब तक झारखंड के 65 स्वास्थ्य संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) प्रमाण पत्र मिला है। इसके अलावा, 2024-25 के लिए राज्य में 339 स्वास्थ्य संस्थानों का मूल्यांकन किया जा रहा है, जिसे सितंबर 2024 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “झारखंड देश का पहला राज्य होगा, जहां सरकारी अस्पतालों में निजी विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं ली जाएंगी।”
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन: सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग और नई योजनाओं पर ध्यान
स्वास्थ्य मंत्री ने सर्वाइकल कैंसर की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह महिलाओं में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या है, और इसकी स्क्रीनिंग और जागरूकता बढ़ाने के लिए सवाईकल कैंसर स्क्रीनिंग जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना 2024 की शुरुआत की गई है, जिसके तहत राज्य के वे नागरिक जो आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
समारोह में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक, उपनिदेशक, सिविल सर्जन, और विभिन्न स्वास्थ्य अधिकारियों सहित राज्य के विभिन्न जिलों से स्वास्थ्य संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
पुरस्कार वितरण और भविष्य की योजनाएं
इस समारोह के दौरान, राज्य भर से आए विजेता स्वास्थ्य संस्थानों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिया कि फर्जी डेटा किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और सभी जिलों में इसकी समीक्षा की जाएगी।
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कार्यक्रम के अंत में, स्वास्थ्य गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई, जिनका उद्देश्य झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाना है।
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