Ranchi: Praveen Oraon: झारखंड आंदोलनकारी, राजी पहड़ा सरना प्रार्थना सभा के संस्थापक, झारखंडी अस्मिता एवं पहचान को लेकर हमेशा मुखर रहने वाले जननेता तथा हमारे साथी प्रवीण उरांव जी की जरुरत इस राज्य को लंबे समय तक थी, लेकिन यह हो न सका।
झारखंड आंदोलनकारी,राजी पहड़ा सरना प्रार्थना सभा के संस्थापक,झारखंडी अस्मिता एवं पहचान को लेकर हमेशा मुखर रहने वाले जननेता तथा हमारे साथी प्रवीण उरांव जी के असामयिक निधन की अत्यंत दुखद सूचना मिली।ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।उनके परिवार-प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं। pic.twitter.com/ycTPiEZhiB
— Sudesh Mahto (@SudeshMahtoAJSU) March 28, 2023
Praveen Oraon ने झारखंडी अस्मिता एवं संस्कृति को सहेजने को लेकर जो प्रयत्न किया
नियति के आगे किसी का वश नहीं चलता। प्रवीण उरांव ने झारखंडी अस्मिता एवं संस्कृति को सहेजने को लेकर जो प्रयत्न किया, वो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकाश पुंज का काम करते रहेगा।
झारखंड आंदोलनकारी Praveen Oroan के असामयिक पर दुःख व्यक्त करते हुए झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो ने ये बातें कही।
Praveen Oraon अपनी अंतिम सांस तक वो झारखंड एवं झारखंडियों के लिए संघर्ष करते रहें
उन्होंने कहा कि झारखंडियों के दुःख-दर्द को समझने वाले नेता थे प्रवीण उरांव। अपनी अंतिम सांस तक वो झारखंड एवं झारखंडियों के लिए संघर्ष करते रहें। भले ही आज वो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां,उनका त्याग-बलिदान और समर्पण हमारी स्मृतियों में जिंदा रहेगा।
Praveen Oraon के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि झारखंड अलग राज्य आंदोलन के साथ-साथ झारखंडी संस्कृति को अलग पहचान दिलाने के लिए जो त्याग और बलिदान उन्होंने दिया, उसके लिए राज्य उनका सदैव आभारी रहेगा। अपने सहज और सर्वसुलभ व्यक्तित्व की वजह से वें हर क्षेत्र के लोगों जुड़े रहें। उनके निधन से झारखंडी समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।
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