HeadlinesJharkhandPoliticsStatesTrending

कृषि मंत्री Badal Patralekh की पहल ने लाया रंग

2018_19 की राशि का बीमा कंपनियां कर रही है भुगतान

Ranchi: Badal Patralekh: किसानों के चेहरे पर एक बार फिर आई खुशियां ,वर्ष दो हजार अट्ठारह एवं 2019 में खरीफ और रबी फसल के लिए जिन किसानों ने बीमा करवाया था। उनके राशि का भुगतान शुरू हो गया है।

क्या कहा कृषि मंत्री Badal Patralekh ने?

यह बातें झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री श्री बादल ने कही, उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही जब मैंने देखा की राज्य सरकार बीमा कंपनियों को सैकड़ों करोड़ दे रही है, लेकिन किसानों को विभिन्न कारणों से क्लेम सेटेलमेंट एवं भुगतान नहीं किए जा रहे थे ,इसे देखते हुए हमने अपने राज्यांश की राशि नहीं देने का निर्णय लिया साथ ही स्टैटिकल डिपार्टमेंट के साथ समन्वय स्थापित कर डाटा को दुरुस्त एवं सत्यापन की कार्यवाही करते हुए हर एक कंपनी से वास्तविक योग्य राशि का प्रतिवेदन भी प्राप्त करने की बातें की, और बीमा कंपनियों सहित केंद्र सरकार के साथ शर्त रखी कि जब तक बीमा कंपनियां शपथ पत्र नहीं देगी, कि हम किसानों का कितना भुगतान करने वाले हैं, तब तक हम राज्यांश की राशि नहीं देंगे।

राज्य सरकार अपने हिस्से का 362 दशमलव 50 करोड़ बकाया का भुगतान करें: Badal Patralekh

इस निर्णय के बाद केंद्र सरकार की और से संयुक्त सचिव श्री रितेश चौहान एवं बीमा कंपनियों के साथ विभागीय सचिव श्री अबू बकर सिद्दीक और मेरी अध्यक्षता में हाई लेवल बैठक हुई, जहां आखिरकार बीमा कंपनियां तैयार हुई कि हम शपथ पत्र देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने हिस्से का 362 दशमलव 50 करोड़ बकाया का भुगतान करें, तो केंद्र सरकार भी अपने हिस्से की राशि रिलीज कर देगी।

राज्य के कुल 683922 किसानों को इसका लाभ मिलेगा: Badal Patralekh

बीमा कंपनियों ने लिखित रूप में दिया की वह राज्य के किसानों को 810 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी, इसके बाद हमने अनुपूरक बजट के माध्यम से राशि का प्रावधान किया और यह राशि उन्हें दी, जिसका परिणाम है की आज से किसानों के खाते में राशि जानी शुरू हो गई है, राज्य के कुल 683922 किसानों को इसका लाभ मिलेगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

यह भी पढ़े: प्रख्यात बिचौलिया विशाल चौधरी के ऑफिस मे प्रधान सचिव Arun Ekka फाइलों को निपटाते दिखे

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button