
New Delhi: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) लगभग 1 सप्ताह में कभी भी पटना आ सकते हैं. असल में आरजेडी सुप्रीमो को एम्स से बुधवार को छुट्टी मिल गई है. बुधवार को अस्पताल से निकलने पर मीडिया से बातचीत के दौरान जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर पूरे देश भर में भ्रमण कर हार गए हैं. बिहार में वह सफल नहीं होंगे. उन्हें यहां कोई भी ठिकाना नहीं मिलेगा. एक प्रश्न का उत्तर देते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि लोगों को मस्जिद में जाकर नहीं, बल्कि हनुमान चालीसा को मंदिर में जाकर पढ़ना चाहिए.
Lalu Yadav: जानबूझकर छेड़ रही है मुसलमानों को सरकार- लालू प्रसाद
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का कहना है कि सरकार जानबूझकर मुसलमानों को छोड़ रही है. ताकि वह इस पर कोई प्रतिक्रिया करें और देश का माहौल खराब हो जाए. उन्होंने बताया कि उनकी तबीयत में अब सुधार है. स्कूल ने बताया कि मुझे कम पानी पीने के लिए कहा गया है और डॉक्टरों की सलाह से ही आगे का कोई भी कार्य करेंगे. हम एक हफ्ते बाद बिहार जाने का विचार करेंगे. उन्होंने लाउडस्पीकर के मामले से जुड़े प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि मौजूदा सरकार देश को तोड़ने की कोशिश कर रही है.
हनुमान चालीसा पढना है तो मंदिर मे जाइए, मस्जिद में क्यूँ जा रहे हो? ये Irritate करने जाते है जिस से लोग रिएक्ट करें और दंगा हो। ये लोग देश को टुकड़ों में बाँटना चाहते है। pic.twitter.com/C874UNKQZv
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 4, 2022
लाउडस्पीकर कोई विवाद नहीं- लालू यादव
लाउडस्पीकर कोई विवाद नहीं है. लालू यादव ने प्रसन्न होकर कहा कि आरजेडी सभी जाति धर्म की पार्टी है. इफ्तार पार्टी में तेजस्वी यादव एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात पर उन्होंने कहा कि इसमें उनकी कोई भी राजनीति नहीं है. आरजेडी सुप्रीमो ने तेज प्रताप के मुद्दे पर कहा कि वह हमारा पुत्र है. मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं. मेरा हर विवाद में निर्णय होगा. इसके साथ ही उन्होंने मुझे यह भी बताया कि परशुराम जयंती पर लोगों ने तेजस्वी यादव को बुलाया एवं उनका आदर भी किया.
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