Bihar में राजनीतिक हलचल के बीच एनडीए सरकार को गिराने के प्रयास के तहत विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) का बड़ा खुलासा हुआ है।
Bihar Horse Trading: नीतीश को सत्ता से हटाने की थी प्लानिंग ? pic.twitter.com/QBNGpZkqRa
— Zee Bihar Jharkhand (@ZeeBiharNews) October 7, 2024
बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में यह बात सामने आई है कि एनडीए के विधायकों को लालच देकर सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। इस पूरे घटनाक्रम में कुल 10 लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है, जो विधायकों को मोटी रकम देने की योजना बना रहे थे।
Bihar News: हॉर्स ट्रेडिंग का मामला
जांच के मुताबिक, एनडीए सरकार के विश्वास मत के दौरान विपक्ष द्वारा विधायकों को खरीदने का प्रयास किया गया था। विधायकों को यह वादा किया गया था कि अगर सरकार गिराने में उनकी मदद की जाती है, तो अगली सरकार के गठन के बाद उन्हें मोटी रकम दी जाएगी। हवाला के जरिए पैसे की व्यवस्था झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल से करने की योजना बनाई गई थी।
Bihar News: तेजस्वी यादव के करीबियों पर शक
इस मामले में विपक्ष के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव के करीबी नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर की शिकायत पर शुरू हुई जांच में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। जेडीयू के एक और विधायक, डॉक्टर संजीव कुमार, पर झारखंड में विधायकों के लिए रूम बुक कराने का आरोप है।
Bihar Politics News: मनी ट्रेल की जांच:
EOU के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लो के मुताबिक, शुरुआती जांच में मनी ट्रेल के ठोस सबूत मिले हैं, जो विधायकों को पैसे देने की साजिश की पुष्टि करते हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इस मनी ट्रेल की गहराई से जांच कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि जांच पूरी होते ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक संकट:
इस मामले के खुलासे से बिहार की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। एनडीए सरकार के विश्वास मत के दौरान इस तरह की साजिश का पर्दाफाश होना सरकार और विपक्ष के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है। EOU और ED की जांच में जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, राजनीतिक दलों के लिए यह एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है।यह खुलासा बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है और विपक्ष के लिए कठिनाइयां बढ़ा सकता है। हॉर्स ट्रेडिंग का यह मामला राज्य की राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है।