Ranchi: CM Hemant Soren: अत्यंत गरीब परिवार के प्रतिभावान छात्र प्रवीण उरांव का आईआईटी, खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने का सपना साकार होगा।
भावुक और गौरवान्वित करने वाला क्षण!
अगर इंसान ठान ले तो कोई भी मुकाम मुश्किल नहीं।इसका उदाहरण हमारे राज्य से होनहार युवा प्रवीण उरांव हैं। अत्यंत गरीबी भी इनके लक्ष्य हासिल करने में बाधा नहीं बन पायी। कड़ी मेहनत कर प्रवीण आईआईटी खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने जा रहे हैं।… pic.twitter.com/PHrnQL25UZ— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 27, 2023
मुख्यमंत्री ने आज रांची जिले के बेड़ो प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव के रहने वाले प्रवीण उरांव को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता के रूप में एक लाख पचास हज़ार रुपए का चेक सौंपा। वे प्रवीण के आर्थिक तंगी के बीच पढ़ाई करने के जज्बे तथा संघर्ष को देखकर अत्यंत भावुक हुए और गौरवान्वित भी महसूस किया। उन्होंने प्रवीण को बधाई और शुभकामनाएं दी।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ उच्च शिक्षा के लिए भी आर्थिक मदद करेंगे: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने प्रवीण से कहा कि उसकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ अगर उच्च शिक्षा भी लेना चाहे तो उसके लिए आर्थिक मदद की जाएगी मुख्यमंत्री ने प्रवीण से यह भी कहा कि अगर उसके दोनों भाइयों की पढ़ाई और रोजगार अथवा स्वरोजगार उपलब्ध कराने कराने की दिशा में सरकार पूरा सहयोग करेगी। इस मौके पर प्रवीण की चाची श्रीमती प्रिया मणि जी भी मौजूद थीं।
प्रवीण की सफलता अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे अत्यंत खुशी हो रही है कि प्रवीण उरांव नाम के एक ऐसे बच्चे से मिलने का मौका मिला, जिसने गरीबी से संघर्ष करते हुए पढ़ाई जारी रखा और आईआईटी जेईई जैसी कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता अर्जित की । प्रवीण की यह सफलता अन्य विद्यार्थियों के लिए निश्चित तौर पर प्रेरणा का काम करेगी।
गरीबी के कारण किसी बच्चे की पढ़ाई बाधित नहीं होगी: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे के अभाव में किसी भी बच्चे बच्ची की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। इसका सरकार ने संकल्प ले रखा है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर उसके करियर निर्माण तक के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। युवक-युवतियों को कौशल विकास का भी नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, उनके रोजगार की भी व्यवस्था सरकार कर रही है। जो स्वरोजगार करने के इच्छुक है, उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जा रही है।
प्रवीण के संघर्ष की यह है दास्तां: CM Hemant Soren
प्रवीण उरांव रांची जिले के बेड़ो प्रखंड स्थित एक सुदूरवर्ती गांव का प्रतिभावान छात्र है। उसके पिता मनमोहन उरांव जी का देहांत हो चुका है, जबकि माता श्रीमती सुमित्रा उरांव जी की तबीयत अच्छी नहीं रहती है। प्रवीण की पढ़ाई- लिखाई का जिम्मा उनकी चाची प्रिया मणि जी कर रही हैं, जो स्वयं काफी गरीब है। प्रवीण ने रांची जिले के नरकोपी स्थित सरकारी विद्यालय से पांचवी कक्षा तक की पढ़ाई की। इसके बाद कक्षा छठी से बारहवीं तक उसने जवाहर नवोदय विद्यालय मेसरा से पढ़ाई पूरी की।
प्रवीण ने 10 वीं बोर्ड एग्जाम में 89 प्रतिशत अंक हासिल किए थे, जबकि 12वीं में 85 प्रतिशत अंक आए थे । इसके बाद उसका चयन पुणे में आईआईटी जेईई का नि:शुल्क कोचिंग कराने वाले एक संस्थान के लिए हुआ। यहां उसने एक वर्ष तक पढ़ाई की । इसके बाद उसने अपने पहले ही प्रयास में आईआईटी जेईई को क्रैक किया। उसका चयन आईआईटी खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच के लिए हुआ है।