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तेजस्वी यादव को बिहार सरकार के मंत्री ने बुलाया कुंभकर्ण, जानिए पूरा मामला

Bihar में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं लेकिन राजनीति का तापमान अभी से बढ़ने लगा है. राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है.

Bihar News: इस टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी

इसी कड़ी में बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन साहनी ने एक बयान दिया है जिसने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तुलना कुंभकर्ण से कर दी है. मदन साहनी ने कहा “तेजस्वी यादव कुंभकर्ण की तरह 6 महीने तक सोते रहते हैं और फिर जागकर कुछ काम करते हैं उसके बाद फिर सो जाते हैं.” इस टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है.

मदन साहनी ने हाल ही में समाप्त हुए विधानसभा सत्र में तेजस्वी यादव की गैरमौजूदगी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा “पांच दिन तक चले इस सत्र में तेजस्वी यादव की उपस्थिति नहीं थी. उन्हें इसका हिसाब देना चाहिए कि आखिर वह क्यों अनुपस्थित रहे.”

साहनी के इस बयान के बाद से राजनीतिक हलकों में तेजस्वी यादव की सक्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विधानसभा सत्र में नेता प्रतिपक्ष का न होना निश्चित ही विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा बन सकता है जिसे आने वाले चुनावों में भी भुनाया जा सकता है. मदन साहनी के इस बयान ने न सिर्फ विपक्ष को निशाने पर लिया है बल्कि यह भी संकेत दिया है कि चुनावी माहौल में नेताओं के बीच शब्दों की जंग और तीखी हो सकती है. अब देखना होगा कि इस बयान पर तेजस्वी यादव और उनके समर्थक क्या प्रतिक्रिया देते हैं और बिहार की राजनीति में इसका क्या असर पड़ता है.

Bihar News: मदन साहनी ने कही यह बात

बिहार की राजनीति में इन दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आगामी यात्रा को लेकर चर्चा जोरों पर है. विधानसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव जल्द ही राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों का दौरा करने वाले हैं. इस यात्रा के दौरान वह बिहार सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाने की योजना बना रहे हैं. हालांकि बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन साहनी ने इस यात्रा पर तंज कसते हुए तेजस्वी पर निशाना साधा है.

मदन साहनी ने कहा “तेजस्वी यादव कभी-कभी जागते हैं कुछ समय के लिए सक्रिय होते हैं और फिर अचानक गायब हो जाते हैं. वह यात्रा करने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन इससे उन्हें कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलने वाला है.” उनके इस बयान ने बिहार की राजनीतिक गलियों में हलचल मचा दी है क्योंकि तेजस्वी यादव हाल के दिनों में सरकार पर हमलावर रहे हैं. उन्होंने गिरते पुल, कानून व्यवस्था, शिक्षा की स्थिति और राज्य में बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार से लगातार सवाल किए हैं.

Bihar में होने वाली है नई पार्टी की एंट्री

इस बीच बिहार की राजनीति में एक नई पार्टी की एंट्री का भी ऐलान हो चुका है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि वह इस वर्ष 2 अक्टूबर को अपनी नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत करेंगे. प्रशांत किशोर की ‘जन स्वराज यात्रा’ ने पूरे बिहार में पहले ही हलचल मचा दी है और राजनीतिक पंडितों की नजरें इस नई पार्टी पर टिकी हैं. हालांकि चुनाव अभी दूर है लेकिन प्रशांत किशोर की एंट्री बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.

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ऐसे में आगामी चुनाव में बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनते हुए दिख सकते हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर की राजनीतिक चालें किस दिशा में जाती हैं.

 

 

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