Patna: एक गांव में, बेला थाना क्षेत्र में, बाल विवाह को रोकने के लिए Bachpan Bachao Andolan की टीम पर ग्रामीणों ने हमला किया। इस घटना में विशेष बात थी कि इसके बीच पुलिस मौजूद थी।
सीतामढ़ी में बाल विवाह रोकवाने गई बचपन बचाओ आंदोलन और पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला।#BiharNews pic.twitter.com/mIgo1IJpio
— News18 Bihar (@News18Bihar) May 3, 2024
बड़ी मुश्किलों के बाद, पुलिस ने मामले को शांत किया। इसके बाद, बच्ची को बाल विवाह से बचाया गया। इसके अलावा, टीम ने पुलिस के सहयोग से 28 अप्रैल को उसी गांव में हुए एक बाल विवाह मामले में लड़की को उसके ससुराल से रेस्क्यू किया। साथ ही, पुलिस ने दूल्हा को भी गिरफ्तार किया।
Bachpan Bachao Andolan के आवेदन के आलोक में प्राथमिकता दर्ज की गई
इस मामले के लिए बचपन बचाओ आंदोलन के आवेदन के आलोक में प्राथमिकता दर्ज की गई है। इसमें दूल्हा, उसके माता-पिता, दुल्हन के माता-पिता, और एक अज्ञात मौलवी के साथ, मोहम्मद रेजाउल्लाह शेख, इजे अंसारी, शहाबुद्दीन, कयामुद्दीन अंसारी, जाकिर, रियाज, इजराइल, मोहम्मद रजा शेख, साहिल, इरफान, और चार अन्यों के नाम शामिल हैं।
28 अप्रैल को गांव में टीम के साथ एक घटना हुई थी, जिसमें दुर्व्यवहार का मामला था। बताया गया कि बचपन बचाओ आंदोलन की टीम को सूचना मिली थी कि गांव में एक नाबालिक का बाल विवाह होने वाला है। टीम ने इस सूचना को प्राथमिकता देते हुए बेला पुलिस के साथ संपर्क स्थापित किया।
वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर टीम ने गांव में पहुंचा, लेकिन लड़की के पक्ष के लोगों ने कोई सहयोग नहीं किया। इसके अलावा, कुछ लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्होंने टीम के साथ गाली गलौज की।
टीम के सदस्यों को जान से हमले की धमकी दी गई। बाद में आरोपियों ने टीम को गांव से वापस लौटने के लिए धमकाया, और 28 अप्रैल को ही नाबालिग लड़की की शादी कर दी गई। इसके बावजूद, दूसरी नाबालिग की शादी 2 मई को होने वाली थी।
ग्रामीणों के विरोध के बावजूद, टीम ने समय पर पहुंचकर शादी को रोक दिया। 28 अप्रैल को ब्याही गई लड़की को उसके ससुराल से मुक्त किया गया, और पुलिस ने आरोपी दूल्हा को गिरफ्तार कर लिया।
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