Patna: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरक्षण की सीमा को 50% से ज्यादा बढ़ाने की बात कही है।
“अब जातिगत जनगणना भी जरूरी”; EWS आरक्षण पर SC के फैसले का स्वागत करते हुए बोले #NitishKumar pic.twitter.com/1w4RgDPXR9
— NDTV India (@ndtvindia) November 8, 2022
हर जाति बिरादरी के गरीबों को आरक्षण का फायदा मिलना चाहिए: CM Nitish Kumar
उन्होंने इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी स्वागत किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हर जाति बिरादरी के गरीबों को आरक्षण का फायदा मिलना चाहिए। इससे उनकी आर्थिक सामाजिक स्थिति में बेहतरीन होगी और सामाजिक समरसता बढ़ेगी।
उनकी स्थिति में सुधार के लिए बिहार की सरकार काम कर रही है: CM Nitish Kumar
सीएम नीतीश कुमार पटना में एक कार्यक्रम मैं भाग लेने के लिए ज्ञान भवन पहुंचे थे। कार्यक्रम के पश्चात मीडिया कर्मियों ने सीएम से ईडब्ल्यूएस पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लेकर प्रश्न किया। इस पर सीएम ने कहा कि जो भी गरीब है उनकी स्थिति में सुधार के लिए बिहार की सरकार काम कर रही है। सीएम ने कहा कि हम लोग तो शुरू से ही यह बात कह रहे हैं। और इसी लिए बिहार में जाति आधारित जनगणना कराई जा रही है। केंद्र सरकार से इस मांग की तो राजेश से अपने खर्चे पर करा लेने को कहा गया तो हम करा रहे हैं।
इस जनगणना में सभी जाति बिरादरी के परिवारों की आर्थिक स्थिति का भी आकलन किया जा रहा है। इसका मकसद यही है की सही स्थिति की जानकारी होने पर उनकी मदद की जाए।
जाति आधारित जनगणना इसे देशभर में लागू किया जाना चाहिए: CM Nitish Kumar
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईडब्ल्यूएस के तहत स्वर्ण जाति के गरीब परिवारों को 10% आरक्षण के फैसले का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ग और हर जाति में गरीब लोग हैं। उन्हें आवश्यक सहायता पहुंचाना सरकार का कार्य है। यह कार्य बिहार में किया जा रहा है। बिहार में जाति आधारित जनगणना कराई जा रही है और इसे देशभर में लागू किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आरक्षण सीमा को बढ़ाने की वकालत की। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आरक्षण के दायरे दिख रहा था तेरे को 50% से आगे बढ़ाया जाए तो बहुत अच्छा होगा। इससे ज्यादा से ज्यादा जनता को कवर किया जाएगा।
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