Ranchi: AJSU: युवा अवस्था में संगठन का बड़ा महत्व है, संगठन से युवाओं को परिवर्तन लाने की शक्ति मिलती है। राजनीति में जागरुक युवाओं को बढ़चढ़ कर भाग लेना होगा तभी समाज का नवनिर्माण होगा, हक की आवाज बुलंद होगी।
आजसू का हर एक छात्र नेता परिवर्तन, निर्माण, रचना, संघर्ष तथा साधना का मार्ग प्रशस्त करने में सक्षम है। उक्त बातें प्रो. विनय भरत ने अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) के रांची विश्वविद्यालय इकाई की बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। प्रो. विनय भरत आजसू पार्टी केंद्रीय कार्यालय में अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) की रांची विश्वविद्यालय इकाई की बैठक में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने रांची विश्वविद्यालय इकाई अंतर्गत आने वाले विभिन्न इकाइयों की सांगठनिक समीक्षा किया तथा सभी इकाई प्रभारियों को जल्द से जल्द जिला, प्रखंड, महाविद्यालय इकाई गठन हेतु निर्देशित किया।
• AJSU का 12 नवंबर को होगा रांची विश्वविद्यालय सम्मेलन।
अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) का रांची विश्वविद्यालय इकाई का सम्मेलन 12 नवंबर को होगा। इस बैठक में रांची विश्वविद्यालय के अंर्तगत आने वाले सभी महाविद्यालयों के प्रतिनिधि, जिला व प्रखंड इकाई के पदाधिकारी शामिल होंगे। सम्मलेन की तैयारियों हेतु तैयारी समिति का गठन किया गया।
-
AJSU ने 08 नवंबर तक महाविद्यालय इकाई का गठन कर सूची केंद्रीय कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश
तैयारी समिति में नीतीश सिंह को संयोजक, राजकिशोर महतो को सह संयोजक एवम क्रमशः राहुल तिवारी, अभिषेक शुक्ला, दीपक दुबे, सौरभ शर्मा, राहुल पांडे, अंशुतोश कुमार, पंचम मुंडा, मोहित पांडे, सोनू कुमार, अरविंद कुमार, नामित हेंब्रम को संयोजक सदस्य मनोनित किया गया। इस दौरान सभी महाविद्यालय प्रभारियों को 08 नवंबर तक महाविद्यालय इकाई का गठन कर सूची केंद्रीय कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
इस बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश प्रभारी हरीश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह, उपाध्यक्ष नीरज वर्मा, सचिव ओम वर्मा, चेतन प्रकाश, अजीत कुमार, विश्वविद्यालय अध्यक्ष नीतीश सिंह, महासचिव राजकिशोर महतो, अभिषेक शुक्ला, राहुल तिवारी, दीपक दुबे, अभिषेक झा, अंशुतोष, सौरभ शर्मा, मोहित पांडे, राहुल पांडे, एकरामुल, पंचम मुंडा, अरविंद, नामित हेंब्रम, जमाल गद्दी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
यह भी पढ़े: Drinking Water Survey: पेयजल की गुणवता को लेकर सरकार बेहद संवेदनशील,