Patna: बिहार (Bihar News) में भाजपा ने नीतीश कुमार की सरकार की सदन से सड़क तक घेरने के लिए रणनीति पूर्ण रूप से तैयार कर ली है.
विजय कुमार सिन्हा विधानसभा में तो विधान परिषद में सम्राट चौधरी को नेता प्रतिपक्ष बनाया है. इसी बहाने से भाजपा ने नीतीश कुमार के घेरने एवं अपने राजनीतिक समीकरण को भी तंदुरुस्त करने का दांव चला है.
RJD-JDU को ‘बोल्ड’ करने के लिए BJP ने चला सबसे बड़ा दांव, नीतीश-तेजस्वी को ‘बिहारी स्टाइल’ में मिलेगा जवाब Vijay Kumar Sinha-Samrat Chaudhary: बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। वहीं, सम्राट चौधरी को विधान परिषद में विरोधी दल का नेता नियु…
— Aawaj (@theaawaaj) August 25, 2022
Bihar News: सम्राट चौधरी को विधान परिषद में मुख्य विपक्षी नेता के रूप में चुना गया है.
भाजपा बिहार में सत्ता परिवर्तन के पश्चात अब किसी भी गुट के बैसाखी के स्थान पर स्वयं के पैरों पर खड़े होने की कवायद में लग गई है. नीतीश और तेजस्वी की महा गठबंधन सरकार को भाजपा ने सदन में घेरने के लिए अपने नेता का चुनाव भी कर लिया है. स्पीकर पद से इस्तीफा देने की विजय कुमार सिन्हा को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है और वही सम्राट चौधरी को विधान परिषद में मुख्य विपक्षी नेता के रूप में चुना गया है.
Bihar News: सम्राट चौधरी कोइरी समाज से आता है तो वही विजय कुमार सिन्हा भूमिहार जाति से आते हैं.
सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार भाजपा के नेता हैं जिनके सीएम नीतीश कुमार के साथ 36 के आंकड़े पूर्व में रहे हैं. अब ऐसे में भाजपा ने एक और अपने इन दोनों नेताओं के द्वारा नीतीश कुमार सरकार पर आक्रमक रुक अपनाए रखनी के संकेत दे दिए हैं तो वहीं दूसरी जातीय समीकरण को भी साधने का दांव चल दिया है. सम्राट चौधरी कोइरी समाज से आता है तो वही विजय कुमार सिन्हा भूमिहार जाति से आते हैं. इस प्रकार भाजपा ने सत्ता पक्ष को साफ तौर से संदेश दिया है कि सड़क से सदन तक नीतीश कुमार सरकार को भेजने की कोई भी गुंजाइश नहीं छोड़ेंगी?
असल में बिहार में बदले हुए राजनीतिक समीकरण में 74 विधायकों वाली भाजपा पूर्ण रूप से अकेले पड़ गई है. अब ऐसे हालात में भाजपा को एक ऐसे नेता की आवश्यकता थी जो नीतीश-तेजस्वी सरकार पर सीधे तौर पर सामने से निशाना साध सके. सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा की छवि मुख्य वक्ता एवं तेजतर्रार नेता के रूप में रही है. वहीं विपक्ष की भूमिका में पहुंचने के पश्चात सम्राट चौधरी एवं विजय सेना को सदन में प्रतिनिधित्व देते हुए भाजपा ने एक बड़ा संदेश दिया है.
Bihar News: भूमि हारों को साधने की प्लानिंग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं विधानसभा अध्यक्ष के रूप में विजय कुमार सिन्हा के मध्य हुए विवाद के चलते साफ तौर पर देखा गया था कि विजय सिन्हा ने कैसे नीतीश कुमार को घेरा था. अब ऐसे में भाजपा ने विजय सिन्हा को नेता प्रतिपक्ष के पद पर बैठाकर बिहार में भविष्य की रणनीति को स्पष्ट तौर से सामने रख दिया है.
विजय सिन्हा भूमिहार जाति से आते हैं जो कि भाजपा का परंपरागत वोट रहा है परन्तु जनता दल यूनाइटेड की भी यहां मजबूत पकड़ रही है एवं अब तेजस्वी यादव भी अपनी रणनीति आधार भूमिहार समुदाय के मध्य बढ़ा रहे हैं. क्षेत्र में भूमिहार समाज लगभग 6 प्रतिशत है, परंतु राजनीतिक तौर में अत्यधिक मजबूत माने जाते हैं. बोचहां विधानसभा उपचुनाव में भूमिहार ओने राष्ट्रीय जनता दल के पक्ष में वोट दिया था, इसके चलते भाजपा ने भूमिहार समुदाय को साधने के लिए सिन्हा को सामने लाया है.