बिहार के गया जिले में दिवंगत केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक Ram Vilas Paswan की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की घटना सामने आई है।
“बथानी टोला, जिला गया में पद्म भूषण श्रद्धेय स्व० श्री रामविलास पासवान जी की प्रतिमा असमाजिक तत्वों के द्वारा क्षतिग्रस्त करने की घटना अत्यंत दुःखद है मैं इस शर्मनाक कृत्य की कड़ी निंदा करता हूँ।#DalitLivesmatter #justice4Paswanji @iChiragPaswan @ANI pic.twitter.com/1CsesEuDGf
— Santosh Sharma – संतोष शर्मा (@LJPSantoshkr) October 12, 2024
यह घटना नीमचक बथानी थाना क्षेत्र के धर्म बिगहा टोला में हुई, जहां सड़क किनारे लगी उनकी प्रतिमा को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने शुक्रवार देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया। मूर्ति के दोनों हाथ तोड़े गए हैं, जिससे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल बन गया है।
Ram Vilas Paswan Defaced: स्थानीय लोगों और नेताओं की कड़ी निंदा
स्थानीय लोगों ने जब इस घटना को देखा, तो तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है और अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। चिराग पासवान के जीजा अरुण भारती ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी हरकतों से न केवल दिवंगत नेता के सम्मान को ठेस पहुंची है, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द्र के लिए भी खतरा है।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
चिराग पासवान, जो वर्तमान में विदेश दौरे पर हैं, ने भी इस घटना पर दुख जताया है और बिहार सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। रामविलास पासवान, जिन्होंने दलित राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, का सम्मान और उनकी विरासत लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ चुकी है। उनकी मूर्ति के साथ ऐसी घटनाएं न केवल उनकी राजनीतिक धरोहर का अपमान हैं, बल्कि समाज में अशांति फैलाने का प्रयास भी हैं।
पुलिस इस मामले में दोषियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तेजी से कार्रवाई कर रही है, और स्थानीय लोग भी इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
चिराग पासवान की प्रतिक्रिया का इंतजार
गया जिले में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की मूर्ति को तोड़े जाने की घटना ने इलाके में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। शनिवार सुबह स्थानीय लोगों ने जब देखा कि मूर्ति के दोनों हाथ टूटे हुए हैं, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
लोजपा (रामविलास) के नेता और जमुई से सांसद अरुण भारती ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, “पद्मभूषण दिवंगत रामविलास पासवान जी की मूर्ति के साथ इस तरह की तोड़फोड़ बेहद निंदनीय है। मैं इस घटना की कठोर निंदा करता हूं और पुलिस से जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं।”
गया पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। नीमचक बथानी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को जांच और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि मूर्ति को मामूली नुकसान हुआ है, जिसे ठीक करवा दिया गया है, और दोषियों की पहचान के लिए जांच जारी है।
चिराग पासवान, जो फिलहाल विदेश दौरे पर हैं, अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे पाए हैं। वह फ्रांस में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से जुड़े प्रोजेक्ट पर चर्चा कर रहे हैं। उम्मीद है कि लौटने के बाद वह इस मामले में अपना बयान देंगे।