Ranchi: झारखंड की राजनीति में इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के BJP में शामिल होने की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है. इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने स्पष्ट किया है कि अभी तक इस संबंध में चंपई सोरेन से कोई बातचीत नहीं हुई है.
BJP News: चंपई सोरेन जैसे वरिष्ठ नेता अपना रास्ता खुद तय करेंगे
उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन एक अनुभवी और मंझे हुए राजनेता हैं जिन्होंने अलग झारखंड आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.मरांडी ने कहा “चंपई सोरेन जैसे वरिष्ठ नेता अपना रास्ता खुद तय करेंगे. जिस तरह से उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया है उससे वह आहत और अपमानित महसूस कर रहे हैं. अगर ऐसा अनुभवी नेता पार्टी छोड़ने का निर्णय करता है, तो इसका प्रभाव पार्टी पर अवश्य पड़ेगा.”
वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों पर भी बाबूलाल मरांडी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा “अगर हेमंत सोरेन यह कह रहे हैं कि उनके विधायक बिकाऊ हैं तो सवाल उठता है कि इन्हें बेचेगा कौन? अगर कोई विधायक अपना दुख व्यक्त करता है तो मुख्यमंत्री को उसकी बात सुननी चाहिए.”
BJP में शामिल होने को लेकर चंपई सोरेन की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है
बाबूलाल मरांडी के इन बयानों से साफ है कि भाजपा में शामिल होने को लेकर चंपई सोरेन की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन अगर वह भाजपा में आते हैं तो यह झारखंड की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर हो सकता है. वहीं मरांडी का हेमंत सोरेन पर किया गया पलटवार भी इस बात का संकेत है कि राज्य की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर अभी और तेज हो सकता है. झारखंड की राजनीति में इन दिनों एक नया मोड़ देखने को मिल रहा है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की अटकलों ने राजनीति में हलचल मचा दी है. हाल ही में चंपई सोरेन दिल्ली पहुंचे जिसके बाद से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भाजपा का दामन थाम सकते हैं. हालांकि इस पर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
वे एक बड़े नेता हैं जिन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की भ्रष्ट छवि को सुधारने का प्रयास किया
झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शहदेव ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने की इच्छा जाहिर करते हैं तो पार्टी नेतृत्व इस पर निर्णय लेगा. शहदेव ने चंपई सोरेन की सराहना करते हुए कहा कि वे एक बड़े नेता हैं जिन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की भ्रष्ट छवि को सुधारने का प्रयास किया.
उन्होंने कहा कि भाजपा व्यक्तिगत रूप से उनका सम्मान करती है. दूसरी ओर झामुमो के वरिष्ठ नेता और मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और अगर कोई मुद्दा है तो उसे पार्टी के भीतर सुलझा लिया जाएगा.
BJP News: उन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए कड़वे अपमान का अनुभव हुआ है
चंपई सोरेन ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए कड़वे अपमान का अनुभव हुआ है. उन्होंने बताया कि पार्टी विधायकों की बैठक के दौरान उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा गया जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची. उन्होंने कहा कि उनके पास तीन विकल्प हैं—राजनीति से संन्यास लेना अलग संगठन बनाना या किसी नए सहयोगी के साथ आगे बढ़ना.
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उन्होंने संकेत दिया कि आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव तक उनके लिए सभी विकल्प खुले हैं. इस बयान ने झारखंड की राजनीति में नए समीकरणों की संभावनाओं को जन्म दे दिया है. अब देखना होगा कि चंपई सोरेन अपने राजनीतिक भविष्य के लिए कौन सा रास्ता चुनते हैं और इसका झारखंड की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
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