New Delhi: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री Amit Shah ने आज नई दिल्ली में नवनिर्मित राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया।
राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान (एनटीआरआई) देश में कार्यरत 27 टीआरआई के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय का प्रमुख अनुसंधान संस्थान होगा।
Amit Shah: हमारी जनजातीय समाज में बहुत सारी विविधता है
श्री शाह ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी के विजन के अनुसार, राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान आखिरकार अस्तित्व में आ गया है। यह सिर्फ एक संस्था ही नहीं है, लेकिन ऐसे संस्थानों की राष्ट्र निर्माण में भूमिका होती है। शाह ने कहा कि दो दर्जन से भी ज़्यादा जनजातीय अनुसंधान संस्थान अलग-अलग नाम से काम कर रहे हैं लेकिन उसको राष्ट्रीय रूप से जोड़ने वाली कड़ी नहीं है। हमारी जनजातीय समाज में बहुत सारी विविधता है।
मोदी सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जनजातीय समुदाय की वैभवशाली संस्कृति, कला, भाषाओं, साहित्य के संरक्षण के साथ उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्यरत है।
दिल्ली में NTRI की स्थापना @narendramodi जी की जनजातीय कल्याण के प्रति कटिबद्धता को दर्शाती है। pic.twitter.com/OjOnIHgy7e
— Amit Shah (@AmitShah) June 7, 2022
इन विविधताओं को अगर एक कड़ी नहीं जोड़ती है तो समग्र देश के जनजातीय समाज के विकास का सपना अधूरा ही रहता है। आज राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान जो बन रहा है वो एक कड़ी बनने वाला है और हमारी कल्पना का जनजातीय विकास को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
इस अमूल्य अनुसंधान संस्थान के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प और प्रेरणा था
जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आदिवासी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, साक्ष्य आधारित योजना और उपयुक्त कानूनों, क्षमता निर्माण और सूचना के प्रसार के लिए राज्यों को इनपुट प्रदान करने में एनटीआरआई की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अमूल्य अनुसंधान संस्थान के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प और प्रेरणा था।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ,केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते,जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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