Ranchi: झारखंड के दुमका जिले में एक युवक की हैवानियत का शिकार हुई अंकिता की मृत्यु (Ankita Murder Case) के पश्चात स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.
झारखंड शर्मिंदा है बेटी अंकिता।
वोट बैंक और तुष्टीकरण का नतीजा है झारखंड की बेटी अंकिता की नृशंस हत्या।
शाहरुख नाम के अपराधी ने अंकिता पर पेट्रोल डाल कर जला डाला, लेकिन मुख्यमंत्री जी के मुंह आज तक एक आह तक नहीं निकली।
झारखंड की जनता इस तालिबान समर्थक सरकार को उखाड़ फेंकेगी। pic.twitter.com/km1FzzyPWA
— Raghubar Das (@dasraghubar) August 28, 2022
अंकिता की मृत्यु के पश्चात आक्रोशित परिजनों एवं स्थानीय लोगों ने प्रशासन एवं सरकार से आरोपी शाहरुख को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है. असल में जैसे ही अंकिता की मृत्यु की जानकारी मिली दुमका के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.
हिंदू संगठनों व स्थानीय लोगों ने विरोध मार्च निकाला एवं शहर की दुकानों को भी बंद करवा दिया. विरोध मार्च कर रहे सभी लोग पीड़ित लड़की के घर जाना चाह रहे थे परंतु पुलिस ने लोगों को जाने से रोक दिया जिसके पश्चात पुलिस एवं स्थानीय लोगों के मध्य काफी देर तक नोकझोंक भी हुई. वही अंकिता की बहन एवं पिता ने आरोपी को फांसी की सजा की मांग की है.
Ankita Murder Case: पुलिस विभाग में भर्ती होना चाहती थी अंकिता
दुमका में अंकिता की मृत्यु की खबर के पश्चात उसके परिवार के लोगों को एक बड़ा झटका लगा पीड़ित के परिजनों का कहना है कि अंकिता 12वीं में आर्ट फ्रेम लेकर पड़ी थी तथा उसका सपना पुलिस में भर्ती होने का था. परंतु उसे मार दिया गया एवं इस घटना से नाराज परिवार वालों ने आरोपी शाहरुख को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की है.
Ankita Murder Case: दुमका के लोगों में आक्रोश का माहौल
इस घटना से पूरे दुमका जिला एवं परिजनों में अत्यधिक आक्रोश एवं मातम छाया हुआ है. इसीलिए तो ठुमका में अलग-अलग हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च एवं बंदी का भी ऐलान किया है. इसके साथ ही आरोपी को फांसी की सजा देने एवं केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर कड़ी से कड़ी सजा देकर पूरे समाज में एक उदाहरण पेश करने की बात की है.
Ankita Murder Case: सिरफिरे आशिक ने पेट्रोल छिड़क कर लगाई थी आग
ज्ञात हो कि बीते मंगलवार को अंकिता है जब अपने घर पर सो रही थी उसी समय लगभग 4:00 बजे आरोपी आशिक उसके घर की खिड़की के पास आ पहुंचा एवं पेट्रोल छिड़ककर सोई हुई अंकिता पर माचिस मार कर उसे आग लगा दी, जिसकी वजह से वह बुरी तरह से घायल हो गई थी.
परिवार वालों ने अंकिता को दुमका के फूलों जानू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया वहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स में भेज दिया गया. 4 दिन तक पीड़िता ने जिंदगी से जीतने का तरीका प्रयास किया परंतु वे जिंदगी की जंग हार गई.