Patna: Bihar Budget: बुधवार को श्री नारायण सिंह महाविद्यालय में आइक्यूएसी और अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अमृत काल के बजट की समीक्षा एवं न्यू एजुकेशन पॉलिसी विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया.
बिहार बजट 2023-24
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Budget की देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका है
कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप कुमार एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर के किया. इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि केंद्र बिहार का बजट परिवारों के बजट से अलग बिल्कुल भी नहीं है. अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बी के राम ने बताया कि पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी विकास के लिए आवश्यक है. इसी के साथ उन्होंने बजट की राष्ट्रम के आर्थिक विकास में पूंजीगत व्यय पर रोशनी डालते हुए बताया कि बजट की देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका है.
Bihar Budget: विकास पर निर्भरता कम करें एवं अपने फालतू खर्च को भी कम करें
इसके पश्चात प्रमुख वक्ता मनोहर मनोज, सुप्रसिद्ध लेखक एवं पत्रकार, नई दिल्ली ने बताया कि केंद्र सरकार एवं बिहार सरकार का बजट विकास को प्रोत्साहित एवं रोजगार की संभावना को पैदा करने वाला है. आवश्यकता बस इस बात की है कि देश की शिक्षा, श्रम, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा व स्वास्थ्य को लेकर एक समान व सर्व समावेशी नीतियां एवं परिवेश निर्मित किया जाए. प्रमुख वक्ता ने आगे बताया कि सरकारों के लिए और वक्त आ गया है कि विकास पर निर्भरता कम करें एवं अपने फालतू खर्च को भी कम करें.
उन्होंने कहा कि अमृत काल में बजट की भूमिका अधिक अहम हो गई है क्योंकि कोरोना काल के बाद देश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में बजट की भूमिका अत्यंत प्रासंगिक रही इसके साथ ही उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 पर भी चर्चा की.
रसायन शास्त्र विभाग अध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी प्रोफेसर नीतीश कुमार का कहना है कि कॉलेज के विद्यार्थियों ने पूर्ण मन से इस व्याख्यान को सुना वह अपने सवालों के रूप में अपनी जिज्ञासा शांत की. इस व्याख्यान के चलते कॉलेज के शिक्षक डॉ रुपेश वर्मा, प्रोफ़ेसर वरुण, डॉ सुधांशु शेखर, डॉ अमित, डॉ सुधा, अमित सातनकर, डॉ सुरेश नारायण, डॉ मुकेश चौधरी, शहला प्रवीण, समाजसेवी संजय सत्यार्थी, वरिष्ठ कार्यालय सहायक रामकृष्ण सहित अन्य लोग भी थे. अता अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर विक्रम ने किया.
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