Ranchi: आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो (Sudesh Mahto) ने कहा है कि आज आत्ममंथन का दिन है। अतीत के दहलीज से वर्तमान को समझने तथा भविष्य को संवारने का संकल्प लेने का दिन है। व्यवस्था के युवा विरोधी चरित्र के प्रतिकार का दिन है। महापुरुषों, शहीदों एवं आंदोलनकारियों के टुटते सपनों का विश्लेषण का दिन है।
असंवैधानिक नीतियां बनाना बंद करो, बंद करो
खतियान आधारित नियोजन नीति पारित करो, पारित करोउठो, जागो संकल्प मार्च
अरगोड़ा मैदान से बापू वाटिका, मोरहाबादी pic.twitter.com/iy9TZpxTDq— AJSU PARTY (@ajsupartyjh) January 12, 2023
युवाओं के दर्द को उसके आंखों में तैर रहे आक्रोश से समझा जा सकता है: Sudesh Mahto
झारखंड में सपनों के बनने बिखरने का खेल बदस्तूर जारी है। युवाओं के सपनों को सीढ़ी बनाकर सत्ता शिखर तक पहुंचाना तथा बेरोजगारी की आग में झुलस रहे तथा अपने हक के लिए सड़कों पर उतरे युवाओं पर सत्ता की दमनात्मक कार्रवाई आज झारखंड का एक बेहद अफसोसजनक एवं पीड़ादायक सच है। युवाओं के धैर्य को आज सत्ता ललकार रही है। अपने भविष्य निर्माण में उनके निरंतर प्रयासों को सत्ता लगातार कुचल रही है। युवाओं के दर्द को उसके आंखों में तैर रहे आक्रोश से समझा जा सकता है।
अनिश्चित भविष्य इन युवाओं को उद्वेलित कर रहा है: Sudesh Mahto
झारखंड सरकार के अविवेकपूर्ण तथा भ्रामक नीतियों के कारण राज्य के हजारों युवा सड़कों पर हैं। उनके परिवार में मातम का माहौल है। लाख कोशिशों के बावजूद सरकार की गलत नीतियों के कारण इन युवाओं के लिए रोजगार के सारे दरवाजे बंद हैं। अनिश्चित भविष्य इन युवाओं को उद्वेलित कर रहा है। यदि युवाओं में व्याप्त इस बेचौनी तथा नैराश्य का शीघ्र समाधान करने में सरकार विफल रही तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। युवाओं के बिखरते उम्मीद टूटते सपने तथा अपमान राज्य में कई प्रकार के बिखराव एवं टकराव को जन्म देगा।
बेहतर झारखंड के निर्माण के लिए युवान्मुखी व्यापक सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक परिवर्तन के लिए नए संकल्प के साथ युवाओं को आगे आने का आज हम अपील करते हैं।
यह बातें उन्होंने स्वामी विवेकानंद जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित उठो, जागो संकल्प मार्च के दौरान कही। आजसू पार्टी की सहयोगी इकाई अखिल झारखण्ड छात्र संघ के नेतृत्व में आज हजारों झारखंडी नौजवान सड़क पर उतरकर सरकार की वादा खिलाफी और असंवैधानिक नीतियों के विरुद्ध आवाज बुलंद की। यह मार्च अरगोड़ा मैदान से निकला और बापू वाटिका मोरहाबादी मैदान पहुंचा। इस मार्च में शामिल हजारों युवाओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला।