Ranchi: प्रयागराज के विधायक सह पूर्व मंत्री Sidharth Nath Singh ने कहा कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ममता सरकार की कार्बन कॉपी है।
झारखंड की रांची लोकसभा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की..@BJP4India @JPNadda @BJP4Jharkhand @BJP4UP @Bhupendraupbjp @idharampalsingh pic.twitter.com/GxiWXcttHs
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) June 15, 2023
झारखंड आने के उपरांत जो बातें सामने आई और यहां की सरकार के बारे में जो बातें हम सब सुनते रहे हैं चाहे वह आबकारी नीति हो, खनन का मामला हो या तुष्टिकरण की राजनीति हो, सभी चीजें लगता है कि बंगाल से चुराई हुई है और वहां की परछाई यहां पर काम कर रही है। श्री सिंह लेक गार्डेन बैंक्वेट हॉल अरगोडा में मोदी सरकार के 9 वर्ष को लेकर आयोजित महासंपर्क अभियान के निमित्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
खनन का मामला हो या और कुछ, सभी जगह ने इन्हें अपना परिवार ही दिखता है: Sidharth Nath Singh
Sidharth Nath Singh ने कहा कि परिवारवाद ममता जी भी चलाती हैं और झारखंड में भी परिवारवाद है। ममता जी अवैध रूप से अपने भतीजे अभिषेक को लाभ पहुंचाती हैं और झारखंड में भी यही चल रहा है। खनन का मामला हो या और कुछ, सभी जगह ने इन्हें अपना परिवार ही दिखता है। हम लोगों ने 2G घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम घोटाला के बारे में सुना था परन्तु झारखंड में धोती घोटाला का सुनना अपने आप में अनोखा है।झारखंड में सीएम सचिवालय की फाइल दलालों के घर पर निपटाई जा रही है।
आदिवासी लड़कियां और बच्चियों के शोषण की घटनाएं किसी से छुपी नहीं है: Sidharth Nath Singh
तुष्टिकरण की बात करें तो जो यहां का जो आदिवासी वर्ग है वही सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है। आदिवासी लड़कियां और बच्चियों के शोषण की घटनाएं किसी से छुपी नहीं है। तुष्टीकरण की पराकाष्ठा देखिए, विधानसभा के अंदर एक कमरा नमाज के लिए आरक्षित कर दिया जाता है। ऐसा किसी और जगह होते हुए आज तक कहीं पर नहीं सुना था। बीजेपी सभी पूजा पद्धति का सम्मान करती है परंतु विधानसभा को धर्म से परे रखना होता है।
राज्य सरकार राज्य की डेमोग्राफी चेंज कर रही है: Sidharth Nath Singh
Sidharth Nath Singh ने कहा कि जिस प्रकार बंगाल में बांग्लादेशियों का घुसपैठ हो रहा है, झारखंड में भी यही कहानी है। राज्य सरकार राज्य की डेमोग्राफी चेंज कर रही है। ममता जी को लगता है कि बंगाली वोट से उनका काम नहीं चलेगा तो बांग्लादेशी वोट को इंपोर्ट कर रही हैं, यही बात हेमंत सोरेन जी को भी लगता है कि यहां के मूलवासी से उनका काम नहीं चलेगा इसलिए वे भी ममता सरकार की राह पर हैं। यह स्थिति खतरनाक और राष्ट्रहित में नहीं है।